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पटना: उपमुख्यमंत्री के बंगला से गायब हुए सामानों का मामला धीरे-धीरे तूल पकडता जा रहा है। बंगले से गायब हुए सामान को लेकर भवन निर्माण विभाग जल्द ही पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को तलब कर सकती है। इधर, बंगले के मसले पर राजद कोर्ट जाने की तैयारी कर रही है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि 5, देशरत्न मार्ग का बंगला अभी सियासी गलियारे में चर्चा का विषय बना रहेगा। बिहार के उपमुख्यमंत्री पद से हटने के करीब 9 महीने बाद तेजस्वी यादव ने अब इसे खाली किया है।

भाजपा नेताओं का आरोप लगाया है कि बंगले से कई कीमती सामान गायब हैं। इनमें एयर कंडीशनर, महंगे सोफे, रेफ्रिजेरेटर, आरओ, नल की टोंटी, बैडमिंटन कोर्ट जैसे कई महंगे सामान गायब हैं। इस पर खूब बयानों के तीर छोड़े जा रहे हैं। अब तेजस्वी यादव ने इसे छवि खराब करने की साजिश बताया है। साथ ही कानूनी कार्रवाई की बात कह दी। तेजस्वी यादव ने कहा कि टूट पूंजिए प्रवक्ता बंगले में कैसे घुस गए? भवन निर्माण विभाग के लोग जांच करे। कोई कुछ भी बोलता है।

उन्होंने कहा कि भाजपा को चाहिए इस मामले की जांच भी सीबीआई और ईडी से कराए। इस दौरान तेजस्वी यादव काफी गुस्से में दिख रहे थे। उन्होंने कहा कि मैं चैलेंज करता हूं कि भाजपा पूरे मामले की जांच कराये। उन्होंने कहा कि ये कौन-लोग हैं ? जिन लोगों ने हम पर आरोप लगाया क्या वह भवन निर्माण विभाग के अधिकारी हैं? कोई भी व्यक्ति उपमुख्यमंत्री के आवास में घुसकर कैसे आरोप लगा देगा? उन्होंने कहा कि मैं सभी लोगों को कानूनी नोटिस भेजूंगा।

उल्लेखनीय है कि ये बंगला बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को आवंटित हुआ है। उनके निजी सचिव ने उन सामानों की सूची जारी की है, जो बंगले से गायब हुए हैं। आरोप ये भी लगाया था कि नये सोफे और एयर कंडीशनर की जगह पुराने और कबाड़ी वाले सामान रख दिए गए हैं। सामान गायब होने की बात पर जदयू नेता सधे शब्दों में नसीहत दे रहे हैं। राजद का कहना है कि जो भी सामान ले जाया गया है, वे तेजस्वी यादव का निजी सामान है। वैसे इस बंगले पर सियासत पहली बार नहीं हो रही है।

पहली बार उपमुख्यमंत्री बनने पर जब तेजस्वी यादव ने बंगला खाली नहीं किया था, तब मामला कोर्ट तक पहुंचा था। तब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद तेजस्वी यादव ने बंगला खाली किया था।

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