बिहार विधानसभा में नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने सूबे के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा पर दो वोटर कार्ड (Epic) बनवाने और डिग्री को लेकर सवाल उठाया था। इसके बाद विजय सिन्हा ने प्रेसवार्ता करके जवाब दिया है। विजय सिन्हा ने कहा कि जो पैसे लेकर डिग्री और जमीन लेकर नौकरी बांटने वाले कांग्रेस और आरजेडी के लोग मेरी डिग्री पर सवाल उठा रहे हैं। पहले इन लोगों ने मेरे दो EPIC नंबर को लेकर कई आरोप गढ़े। हमने चुनाव आयोग को विलोपित की प्रमाणिकता के साथ नोटिस का जवाब दे दिया है।
विजय सिन्हा ने कहा कि मैं बताना चाहता हूं कि पटना का EPIC नंबर मेरा हट गया है। क्योंकि पूर्ण प्रमाणिकता हमारे पास था। उन्होंने कहा कि अब उन लोगों ने मेरी उम्र पर सवाल उठाया था। तो हम कहना चाहेंगे, जिनके राज में छात्रों को ग्रेजुएशन की डिग्री पांच से छह साल में मिलता था। हमारी डिप्लोमा की डिग्री 1984 से 1987 का था, जो 1989 में मिला। अपनी डिग्री दिखाते हुए विजय सिन्हा ने कहा कि हमारी डिग्री हमारे पास मौजूद है। जिसमें लिखा है हमने 1987 में डिप्लोमा किया और डिग्री जारी हुआ है 2 दिसंबर 1989 में। हमने जो शपथ पत्र में भरा है उसमें स्पष्ट रूप से लिखा है कि पास कब हुआ और डिग्री कब मिला।
विजय सिन्हा ने तीखे लहजे में कहा कि इन आरजेडी कांग्रेस वालों के पास हाईस्कूल तक की डिग्री नहीं है। ये अपने गुर्गों के जरिए हमारी डिग्री पर सवाल उठा रहे हैं। अनुकंपा की राजनीति से निकले ये जंगलराज के युवराज और भ्रष्टाचार की कोख में पले बढ़े कांग्रेस के लोग, जिसने बिहार के शैक्षणिक वातावरण को ना केवल नष्ट किया, जंगलराज में चरवाहा विद्यालय की शुरुआत की।
विजय सिन्हा ने अपनी मैट्रिक की डिग्री दिखाते हुए कहा कि ये है मेरी मैट्रिक की डिग्री। इसमें मेरी जन्मतिथि 5 जून 1967 है। इसके हिसाब से मैं 2024 में 57 वर्ष का हूं। खुली चुनौती है, आरजेडी के जंगलराज के युवराज अपनी डिग्री दिखा दो, तुम्हारी डिग्री कहां है। कैसे तुमने बड़े भाई को छोटा भाई बना दिया। 2015 में 26 वर्ष के तेजस्वी यादव। तेजप्रताप यादव को 25 साल का बना दिया। 2020 के चुनाव में तेजस्वी यादव 31 वर्ष का और तेजप्रताप यादव 30 वर्ष का। ये कैसे कमाल हुआ। डिग्री अगर इन लोगों के पास है तो दिखाएं।