पटनाः सावन माह में लाखों श्रद्धालुओं द्वारा सुल्तानगंज गंगा घाट से जल लेकर देवघर तक की पैदल यात्रा की जाती है। श्रद्धालुओं के लिए यह यात्रा उनकी आस्था से जुड़ा विषय है। उप मुख्यमंत्री द्वारा विभागीय पदाधिकारियों को निदेश दिया है कि कांवरिया पथ का गुणवत्ता पूर्ण निर्माण ससमय सुनिश्चित किया जाय। कच्ची कांवरिया पथ सुल्तानगंज से देवघर तक 110 कि0मी0 है, जिसमें लगभग 84 कि0मी0 की दुरी बिहार राज्य के अंदर आती है।
उप मुख्यमंत्री द्वारा संबंधित पदाधिकारियों को निदेश दिया गया है कि इस पथ में कांवरियों को सुविधा हेतु बालु का बिछाव ससमय पूर्ण किया जाय। साथ ही 5 कि0मी0 के वन क्षेत्र में भी श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम हो, इस पर ध्यान दिया जाय। कच्ची कांवरिया पथ, सुल्तानगंज से दुम्मा(झारखण्ड) सीमा तक लगभग लम्बाई 84 कि0मी0 बिहार राज्य के अन्तर्गत है। बिहार राज्य के अन्तर्गत यह मार्ग भागलपुर, मुंगेर एवं बांका जिले से गुजरता है। कांवरिया पथ में 4.5 मीटर की चौड़ाई एवं 50 मिलीमीटर की मोटाई में गंगा बालु का बिछाव किया जाता है। पैदल यात्रा में बालु की ठंडक बनाये रखने हेतु नियमित रूप पुरे रास्ते में जल का छिडकाव किया जाता है।
उप मुख्यमंत्री द्वारा निदेश दिया गया है कि कच्ची कांवरिया पथ में बालु बिछाव के उपरांत नियमित रूप से पानी का छिड़काव किया जाय ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो। उप मुख्यमंत्री द्वारा संबंधित मुख्य अभियंता को निदेश दिया गया है कि कांवरिया पथ का स्वयं भी स्थलीय निरीक्षण कर कार्य की गुणवत्ता बहाल रखना सुनिश्चित कराये।
उप मुख्यमंत्री द्वारा कहा गया कि देवघर बाबा भोलेनाथ के प्रमुख धार्मिक स्थलों में एक महत्वपूर्ण स्थल है। शिव भारतीय सनातन संस्कृति के अराध्य देव है। उनकी पूजा के लिए जानेवाले सभी श्रद्धालु कांवरियों को सभी प्रकार की आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराने हेतु सरकार कृत संकल्पित है।
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