आज देशभर में विश्वकर्मा जयंती बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाई जा रही है। भगवान विश्वकर्मा को सृष्टि का प्रथम शिल्पकार और ब्रह्मांड का दिव्य इंजीनियर माना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, लंका की स्वर्ण नगरी, इंद्रपुरी, द्वारका और हस्तिनापुर जैसी भव्य रचनाओं का निर्माण भगवान विश्वकर्मा ने ही किया था। यही कारण है कि उन्हें विश्व का प्रथम वास्तुकार भी कहा जाता है।
हिंदू धर्म में विश्वकर्मा पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन कारखानों, दुकानों, दफ्तरों, मशीनों और औजारों की पूजा की जाती है। लोग मानते हैं कि भगवान विश्वकर्मा की कृपा से कामों में सफलता मिलती है और जीवन में समृद्धि आती है।
इस बार विश्वकर्मा जयंती 17 सितंबर 2025 को मनाई जा रही है, जो पितृ पक्ष के बीच पड़ रही है। इससे कई लोग असमंजस में हैं कि क्या इस दिन शॉपिंग या निवेश करना उचित होगा। पंडितों के अनुसार, यदि श्राद्ध कर्म संपन्न कर लिया जाए तो पितरों की नाराज़गी के बिना विश्वकर्मा पूजा और खरीदारी की जा सकती है।
पूजा का शुभ मुहूर्त
भगवान विश्वकर्मा की पूजा का सबसे उत्तम समय सुबह 6:07 बजे से 12:15 बजे तक है। इस समय में विधि-विधान से पूजा करने पर भगवान की विशेष कृपा प्राप्त होती है। पूजा के बाद औजारों और मशीनों की सफाई तथा सजावट करना भी शुभ माना जाता है।
शॉपिंग और निवेश के शुभ मुहूर्त
इस साल विशेष रूप से शॉपिंग और निवेश के लिए दो शुभ समय बताए गए हैं:
• चर मुहूर्त: दोपहर 3:00 बजे से शाम 4:45 बजे तक
इस समय में गैजेट्स, वाहन, मकान और मशीनों की खरीदारी विशेष फलदायी होगी।
• लाभ चौघड़िया मुहूर्त: शाम 5:00 बजे से 6:30 बजे तक
इस समय में लग्जरी आइटम्स, घड़ियाँ, कार, सोना-चांदी की खरीदारी और निवेश करना शुभ रहेगा।
ये दोनों समय न केवल व्यक्तिगत खरीदारी के लिए बल्कि व्यापारिक सौदों और निवेश के लिए भी अत्यंत लाभकारी बताए गए हैं।

🙏 विश्वकर्मा पूजा की शुभकामनाएं
विश्वकर्मा जयंती के मौके पर लोग एक-दूसरे को शुभकामनाएं देते हुए भगवान से सुख-समृद्धि और जीवन में सफलता की कामना करते हैं।
• “धन, वैभव, सुख-शांति देना, संकट से लड़ने की शक्ति देना। हे विश्वकर्मा, कृपा करें।”
• “तुम हो सकल सृष्टि कर्ता, ज्ञान और सत्य के धर्ता। विश्वकर्मा पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं।”
📌 मुख्य बिंदु
• भगवान विश्वकर्मा को सृष्टि का प्रथम शिल्पकार माना जाता है।
• इस साल विश्वकर्मा जयंती 17 सितंबर को पितृ पक्ष में मनाई जा रही है।
• पूजा का शुभ समय: सुबह 6:07 बजे से दोपहर 12:15 बजे तक।
• शॉपिंग और निवेश के दो शुभ मुहूर्त –
• चर मुहूर्त: 3:00 PM से 4:45 PM
• लाभ चौघड़िया: 5:00 PM से 6:30 PM
• औजारों, मशीनों और दफ्तरों की पूजा का विशेष महत्व।
• भगवान विश्वकर्मा की कृपा से कार्य सिद्धि और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है. LiveBihar इसकी पुष्टि नहीं करता है.