लाइव बिहार: चुनावों में सभी पार्टियां खास कर नीतीश कुमार महिलाओं की सुरक्षा और उनके हित की बात करते है. लेकिन बिहार में महिला सुरक्षा की असलियत ये है की कोई दबंग महिला के साथ छेड़खानी और अश्लील हरकत करता है और जब महिला थाने में इसकी शिकायत करती है तो उसे धमकियां मिलने लगती है और पुलिस ख़ामोशी से किसी बड़ी घटना के घटने का इंतज़ार करती है.
खबर पटना के गर्दनीबाग की है. जहां एक दबंग वार्ड पार्षद के पति की छेड़खानी और अश्लील हरकतों की शिकार बनी महिला टीचर को अब अपनी जान खोने का डर सता रहा है. पीड़ित महिला ने दबंग वार्ड पार्षद के पति द्वारा की गयी छेड़खानी और अश्लील हरकतों की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. जिसके बाद उसे लगातार धमकियां मिल रही है. लेकिन पटना पुलिस खामोश है. सवाल ये उठ रहा है कि क्या पटना पुलिस किसी बड़े घटना के घटने का इंतज़ार कर रही है. महिला शिक्षिका के साथ छेड़खानी और अश्लील हरकतों का आरोपी पहले से भी कई संगीन मामलों का आरोपी है.
बता दें कि 10 दिन पहले महिला शिक्षकी ने स्थानीय वार्ड पार्षद के पति अविनाश कुमार मंटू और उसके साथियों पर बेहद गंभीर आरोप लगाये थे. गर्दनीबाग थाने में मामला दर्ज करायी थी. शिक्षका का आरोप है कि दस दिन बाद भी पुलिस ने आरोपी मंटू और उसकी पत्नी और वार्ड पार्षद श्वेता राय समेत दूसरे अभियुक्तों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है.
जिस शिक्षिका ने केस दर्ज कराई है वह अल्पसंख्यक समाज से आती है. बताया जाता है कि छेड़खानी का आरोपी वार्ड पार्षद पति अविनाश कुमार मंटू पर पहले भी कई संगीन आरोप लगते रहे हैं. गरीबों पर गोलीबारी करने के एक मामले में गर्दनीबाग थाने में 11 अप्रैल को भी केस दर्ज करायी गयी थी. लेकिन पुलिस ने जांच के बाद मामला रफा दफा कर दिया.
पीडित महिला ने महिला आयोग के पास अपने साथ हो रहे वाकयों की जानकारी दी है और जान बचाने की गुहार लगायी है. पीड़ित महिला ने महिला आयोग में कहा है कि गर्दनीबाग थान पुलिस ने अब तक किसी किस्म की कार्रवाई नहीं की है. इससे लग रहा है कि पुलिस मंटू और उसके साथियों की मदद करने में लगी है. महिला शिक्षिका ने कहा कि गर्दनीबाग थाने में इस मामले में अपना बयान दर्ज कराने के बाद जब वह वापस लौट रही थी तो भी रास्ते में अभियुक्त मंटू ने उसकी गाड़ी रोक कर धमकी दी और दुर्व्यवहार किया.