बिहार में दूसरे चरण का चुनाव जारी है. इस बीच लालू यादव के छोटे लाल तेजस्वी यादव सुपौल के त्रिवेणीगंज पहुंचे थे. जहां उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ये जनसैलाब बता रहा है कि जनता क्या चाहती है. यह तय हो चुका है कि त्रिवेणीगंज और बिहार की धरती से एनडीए और नीतीश जी की विदाई हो चुकी है. बिहार का सबसे बड़ा दुश्मन बेरोजगारी है. नरेंद्र मोदी जी और नीतीश कुमार को नज़र नहीं आता है.
उन्होंने राजद के प्रत्याशी के लिए वोट की अपील की है. और कहा कि असल मुद्दा है पढ़ाई, दवाई, सिंचाई और कमाई. तेजस्वी यादव को एक मौका दीजिये. सारी जात- पात धर्म की राजनीति हो गयी, अब काम की बात होगी, नौकरी की बात होगी.
तेजस्वी ने एलान करते हुए कहा कि पहली बार ऐसा होगा की मुख्यमंत्री रहते अगर मेरा कलम चलेगा तो एक साथ 10 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने का काम करेंगे. वृद्धा पेंशन 400 से एक हजार कर देंगे. नियोजित शिक्षकों को समान काम के बदले समान वेतन देने का काम करेंगे. आलू, प्याज का दाम सेंचुरी मार रहा है. बीजेपी वाले पहले प्याज की माला पहनकर घूमते थे, जब प्याज 50 रूपये किलो होता था. आज कीमत 70, 80 रूपये किलो हो गया है, ई लोग गाना गाता था महंगाई डायन खाई जात है. पहले महंगाई डायन लगती थी अब भोजाई नज़र आ रही है. ना जात पर, ना धर्म पर पर. इस बार सब लोग गोलबंद होकर चुपचाप राजद को वोट डालिए.