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स्वास्थ्य विभाग ने मतदान के अंतिम घंटे में कोरोना संक्रमितों के मतदान को लेकर तमाम तैयारियां की थीं। हालांकि, मंगलवार दोपहर तक उनके तमाम प्रयास विफल हो गए। नौ विधानसभा सीटों में होम आइसोलेशन पर रह रहे 250 से अधिक संक्रमितों में से सिर्फ कुम्हरार विधायक अरुण सिन्हा ही मतदान करने बूथ तक पहुंचे। अन्य सभी संक्रमितों ने बीमारी का हवाला देकर मतदान से साफ इन्कार कर दिया।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कुम्हरार विधायक अरुण सिन्हा ने ही मतदान करने की बात कही थी। पीपीई किट पहनाकर अंतिम घंटे में उनसे मतदान कराया गया। बताते चलें कि अरुण सिन्हा इस बार भी कुम्हरार विधानसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी हैं।

अरूण सिन्हा भले ही पीपीई किट पहनकर मतदान करने के लिए पहुंचे. इस दौरान उनके कई समर्थक भी थे. लेकिन उनके समर्थक बिना मास्क के ही उनके साथ चल रहे थे. यहां भी विधायक की लापरवाही सामने आई है. वह मतदान केंद्र पर एंबुलेंस से आए थे.

पटना के कुम्हरार से बीजेपी के विधायक अरूण कुमार सिन्हा चुनाव शुरू होने के समय से ही बीमार चल रहे थे. उनमें कोरोना के लक्षण थे लेकिन वे लाव लश्कर के साथ न सिर्फ नामांकन करने पहुंचे थे बल्कि लगातार चुनाव प्रचार भी कर रहे थे. लोग उनकी तबीयत को देखकर सवाल कर रहे थे कि क्या वे कोरोना संक्रिमत हैं. लेकिन अरूण सिन्हा ये दावा कर रहे थे वे निगेटिव हैं. 28 अक्टूबर को पटना में प्रधानमंत्री की जनसभा थी. प्रत्याशी के तौर पर अरूण सिन्हा को भी उस सभा में मौजूद रहना था. लेकिन पीएम की सभा में मंच पर जाने वाले हर किसी का कोरोना टेस्ट कराया गया. अरूण सिन्हा उस टेस्ट में पॉजिटिव पाये गये. अरूण सिन्हा प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में मंच पर जाने के लिए सभा स्थल पर पहुंचे लेकिन उनकी जांच रिपोर्ट आ चुकी थी. इसके दो दिन के बाद वह बोले की वह कोरोना निगेटिव हो गए और चुनाव प्रचार में जुट गए थे.

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