पटना जिला प्रशासन ने लोगों से यथा संभव घर पर ही छठ पूजा करने की अपील की है. इसके साथ ही अगर तालाब किनारे पूजा करने जाते हैं, तो अर्घ्य के दौरान उसमें डुबकी नहीं लगाने का आग्रह किया है. इस संबंध में प्रशासन की ओर प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग ने छठ पर्व में कोरोना से बचाव को लेकर कई दिशा-निर्देश जारी किये हैं.
स्वास्थ्य विभाग के निर्देश के अनुसार, छठ पर्व के दौरान बुखार से ग्रस्त व्यक्ति, 60 साल से ऊपर के व्यक्ति, 10 साल से कम उम्र के बच्चे व अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रस्त व्यक्तियों को छठ घाटों पर नहीं जाने की सलाह दी है. इसके साथ ही प्रत्येक व्यक्ति को मास्क का प्रयोग करने और दो गज की दूरी का अनिवार्य रूप से पालन करने की सलाह दी गयी है. जिलाधिकारी कुमार रवि ने कोरोना काल में छठ पूजा के सुचारु आयोजन के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्गत परामर्श का पालन करने की अपील लोगों से की है.
कब है छठ- इस वर्ष यह त्योहार 18 नवंबर से 21 नवंबर तक मनाया जाएगा. 18 नवंबर को नहाय खाय, 19 नवंबर को खरना, 20 नवंबर को संध्या अर्घ्य और 21 नवंबर को उषा अर्घ्य के साथ इसका समापन होगा, इन 4 दिनों तक सभी लोगों को कड़े नियमों का पालन करना होता है. इन 4 दिनों में छठ पूजा से जुड़े कई प्रकार के व्यंजन, भोग और प्रसाद बनाया जाता है.