Desk: सूबे के सर्वशिक्षा मद से वेतन पानेवाले लाखों शिक्षकों का तीन माह से वेतन लंबित है | कोरोनाकाल में शिक्षकों से मल्टीटास्किग स्टाफ वाला काम लिया जा रहा है | स्टेशन से लेकर ब्लॉक और पंचायतों तक विभिन्न तरह के कामों में उनकी प्रतिनियुक्ति की जा रही है| विभागीय आदेशानुसार शिक्षकों के हड़ताल अवधि का वेतन कार्यदिवस सामंजन पूर्ण होने के इंतजार में रोककर रखा गया था | अक्टुबर माह में ही हड़ताल अवधि का कार्यदिवस सामंजित हो जाने के उपरांत भी अधिकांश जिलों में लंबित वेतन के भुगतान की प्रक्रिया नही शुरु हो पाई है |
सूबे के तमाम जिलों के के हजारों नवप्रशिक्षित शिक्षकों का एरियर भी सालभर से लंबित है |कोरोना रामनवमी और रमजान के मद्देनजर शिक्षकों के समक्ष आर्थिक संकट की स्थिति है | लंबित वेतन और एरियर भुगतान से उनके समस्याओं का एक हद तक समाधान हो सकता है | लेकिन सूबे की सरकार कान में तेल डालकर बैठी है | विभागीय पदाधिकारी भी इस मसले पर कोई दिलचस्पी नही दिखा रहे हैं| ऐसे में शिक्षकों का आक्रोश अब खुलकर दिखने लगा है |
टीइटी एसटीइटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ गोपगुट के प्रदेश अध्यक्ष मार्कंडेय पाठक और प्रवक्ता अश्विनी पांडेय ने प्रेस बयान जारी कर सरकार से इस मसले पर अविलंब पहल की मांग की है | उन्होनें कहा कि कोरोनाकाल में कोरोना आपदा में काम कर रहे शिक्षकों का महीनों से वेतन रोककर रखा जाना आपराधिक लापरवाही से कम नही है | किसी प्रकार के अग्रिम सहायता की बात तो दूर यहां शिक्षकों के वाजिब वेतन भी साजिशन लटकाये जा रहे हैं | लंबित वेतन एवं एरियर के बीच कोरोना रामनवमी और रमजान का दवाब गहरा रहा है| दवाब में पीसते शिक्षकों के मसले पर सरकार की चुप्पी उनके मानवाधिकारों और श्रमिक अधिकारों का खुला उल्लंघन है | संगठन इस मसले पर चुप नही बैठेगी |
संगठन के प्रदेश सचिव अमित कुमार और प्रदेश मीडिया प्रभारी राहुल विकास ने कहा कि आगामी 24 अप्रैल को प्रदेशभर में शिक्षक प्रोटेस्ट विद पोस्टर कैंपेन चलायेंगे | स्कूलों और घरों में काम करते हुए शिक्षक राज्यव्यापी प्रतिवाद दिवस मनायेंगे | इस मसले पर कई दफे विभागीय पदाधिकारियों को लिखा गया है | संगठन इस मुद्दे पर मानवाधिकार आयोग और केंद्रीय श्रम विभाग से भी पत्राचार करेगी | संगठन ने राज्य सरकार से अविलंब लंबित वेतन और एरियर की राशि अलाट करने की मांग उठायी है |