नालंदा: उद्यमी योजना के तहत सबसे पहले नालंदा जिले के बेरोजगारों का चयन किया गया है। राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री उद्यमी योजना और मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक उद्यमी योजना के तहत चयनित लाभार्थियों की सूची जारी कर दी है। इस योजना के अंतर्गत नालंदा जिले से कुल 259 आवेदनों का चयन किया गया है जिनमे कुल पांच वर्ग शामिल हैं ।
जिला उद्योग केंद्र के प्रोजेक्ट मैनेजर सचिन कुमार ने बताया कि यह चयन पूरी तरह से लॉटरी प्रणाली पर आधारित है। चयनित लाभार्थियों में विभिन्न वर्गों का समावेश सुनिश्चित किया गया है। उन्होनें कहा कि एससी-एसटी, ईबीसी, महिला और युवा उद्यमी श्रेणियों में प्रत्येक से 56-56 आवेदकों का चयन किया गया है, जबकि अल्पसंख्यक उद्यमी योजना के लिए 35 आवेदकों को चुना गया है।
यह योजना बेरोजगार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। चयनित लाभार्थियों को अब सत्यापन और प्रशिक्षण की प्रक्रिया से गुजरना होगा, जिसके बाद उन्हें सरकार की ओर से आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
उद्योग विभाग के महाप्रबंधक विशेश्वर प्रसाद ने इस संबंध में कहा कि हम जल्द ही आवेदकों के सत्यापन की प्रक्रिया शुरू करेंगे। इसके बाद उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा और फिर उद्योग स्थापित करने के लिए चरणबद्ध तरीके से वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। योजना के तहत इंटरमीडिएट पास लाभार्थियों को अधिकतम 10 लाख रुपए तक की राशि मिल सकती है। यह राशि तीन किस्तों में दी जाएगी। पहली किस्त में 4 लाख, दूसरी में 4 लाख और तीसरी में 2 लाख रुपए। इस राशि का 50% अनुदान होगा, जबकि शेष राशि ब्याज-मुक्त ऋण के रूप में 7 वर्षों में 84 किस्तों में चुकानी होगी।
सचिन कुमार ने लाभार्थियों को सावधान रहने की सलाह देते हुए कहा है कि किसी भी बिचौलिए या साइबर फ्रॉड से सावधान रहें। सत्यापन के नाम पर कोई भी व्यक्ति फोन या संदेश के माध्यम से पैसों की मांग करता है, तो उससे सावधान रहें। किसी भी प्रकार की समस्या होने पर सीधे जिला उद्योग केंद्र से संपर्क करें।