देश में कई चिड़ियाघर हैं, जो विलुप्त प्राय जानवरों के संरक्षण के लिए जाना जाता है। साथ ही इस तरह के पार्क में लोग सैर भी करते हैं और अपने परिवार के साथ लुत्फ उठाते हैं। लेकिन देश में पटना का संजय गांधी जैविक उद्यान ने एक नई उपलब्धि हासिल की है।
दरअसल, पटना का चिड़ियाघर देश का चौथा सबसे बड़ा चिड़ियाघर बन गया है। यह करीब 153.00 एकड़ जमीन पर फैला हुआ है। साल 1969 में पटना जू की स्थापना हुई थी। इसके विकास के लिए राजस्व विभाग की 58.20 एकड़ और लोक निर्माण विभाग की 60.75 एकड़ भी ली गई थी। 1983 में इसे ‘सुरक्षित वन’ घोषित किया गया है।
पटना का यह चिड़ियाघर दो हिस्सों में बंटा हुआ है एक हिस्सा जानवरों के लिए है, जिसे ‘जन्तु प्रक्षेत्र’ कहा जाता है जबकि दूसरा हिस्सा पेड़ों-पौधों के लिए है, जिसे ‘वनस्पति प्रक्षेत्र’ कहते हैं। बता दें कि, इस प्रक्षेत्र के अंद पूरे 44 जन्तु इंक्लोजर्स हैं जिनमें कई तरह के जीव-जन्तु मौजूद हैं।
इसके साथ ही इस चिड़ियाघर में 90 प्रजातियों के करीब 1100 जीव-जन्तु हैं। पटना जू को लेकर खास बात यह भी है कि, यह उद्यान गैंडा संरक्षण में संख्या की दृष्टि से विश्व में दूसरा स्थान रखता है। वर्तमान की बात करें तो, जू में कुल 13 गैंडे है।
संजय गांधी जैविक उद्यान में हर साल करीब 20 लाख की संख्या में लोग यहां घूमने आते हैं। तमाम सुरक्षाओं को देखते हुए जानवरों के लिए उचित व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही पेड़ों-पौधों के बारे में जानकारी पाने की भी यह एक खास जगह है। पटना जू में शेर, बाघ, जिराफ, भालू, बंदर, चिम्पैंजी, सियार, हिरण, लकड़बग्घा, गैंडा समेत कई अन्य तरह के जानवर मौजूद हैं. तो वहीं, पक्षियों की भी कई प्रजातियां इस चिड़ियाघर में मौजूद है. इसके अलावा तरह-तरह के पेड़-पौधे हैं।
बता दें कि, पटना के चिड़ियाघर में आने वाले लोगों की संख्या और बढ़े और जानवरों के लिए उचित व्यवस्था हो, इसे देखते हुए कई कदम भी लगातार उठाए जा रहे हैं. अन्य व्सवस्थाओं की बात करें तो, श्री डी थियेटर में फ्री में फिल्म दिखाई जाती है. नेचर लाइब्रेरी में भी फ्री में जा सकते हैं. बैट्रीचालित वाहन से लोग सैर करते हैं. नौकायन, शिशु उद्यान, जल उद्यान, रेस्तरां, सुधा काउंटर, आईस्क्रीम और कोल्ड ड्रिंक्स कियोस्क, पेयजल, बच्चों के लिए खेलने की सुविधा समेत अन्य कई सुविधाएं हैं।
ये भी पढ़ें…बिहार के कई जिलों में भारी बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी, मौसम विभाग ने चेतावनी..