Bihar Election 2025: तेज प्रताप यादव का ‘झुनझुना’ बयान बना सियासी बम, पहले चरण की वोटिंग से पहले मचा बवाल

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पहले चरण की वोटिंग से पहले तेज प्रताप यादव का बयान, बिहार चुनाव में सियासी बवाल
Highlights
  • • Bihar Election 2025 के पहले चरण की वोटिंग से पहले तेज प्रताप यादव का बयान चर्चा में • तेज प्रताप बोले— “तेजस्वी अभी बच्चा है, चुनाव के बाद झुनझुना पकड़ाएंगे” • राजनीतिक गलियारों में बयान से हलचल, RJD और JJD आमने-सामने • अमित शाह के “एक कंपनी” बयान पर तेज प्रताप ने संयमित जवाब दिया • तेज प्रताप बोले— महुआ से इस बार रिकॉर्ड वोटों से जीत दर्ज करेंगे • परिवार की अंदरूनी खींचतान ने बिहार सियासत को और गरमाया • तेजस्वी की माई बहिन योजना और तेज प्रताप की अलग पहचान में टकराव

Bihar Election 2025 के पहले चरण की वोटिंग से पहले ही बिहार की राजनीति में हलचल मच गई है। लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और जनशक्ति जनता दल (JJD) प्रमुख तेज प्रताप यादव ने अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए ऐसा बयान दिया है, जिसने राजनीतिक गलियारों में भूचाल ला दिया।
जब पत्रकारों ने तेज प्रताप से पूछा कि तेजस्वी आपके खिलाफ प्रचार कर रहे हैं, तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा—“करने दीजिए, अभी बच्चा है वो… चुनाव के बाद झुनझुना पकड़ाएंगे।”
उनका यह बयान अब बिहार चुनावी चर्चा का सबसे बड़ा पावरफुल मोमेंट बन गया है।

पहले चरण की वोटिंग से पहले सियासी तापमान चरम पर

Bihar Election 2025: तेज प्रताप यादव का ‘झुनझुना’ बयान बना सियासी बम, पहले चरण की वोटिंग से पहले मचा बवाल 1

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग 4 नवंबर को है। जैसे-जैसे तारीख नज़दीक आ रही है, सियासी माहौल गर्माता जा रहा है।
मंगलवार को जहां एक ओर तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी भावी योजनाओं की घोषणा की, वहीं दूसरी ओर तेज प्रताप यादव के ‘झुनझुना’ बयान ने माहौल को और दिलचस्प बना दिया।
तेज प्रताप ने सोमवार को अपने चुनाव क्षेत्र महुआ में कहा था कि वे राघोपुर भी जाएंगे और वहां अपने प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार करेंगे।
उन्होंने कहा — “तेजस्वी मेरे क्षेत्र में प्रचार करने आए थे, मैंने भी उनके क्षेत्र में जाकर प्रचार किया। अब फिर जाऊंगा राघोपुर, जीत को लेकर मुझे पूरा भरोसा है।”
उनकी इस बात से साफ़ झलकता है कि तेज प्रताप इस चुनाव में अपनी स्वतंत्र राजनीतिक पहचान को लेकर पूरी तरह आत्मविश्वास से भरे हुए हैं।

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अमित शाह के बयान पर तेज प्रताप का संयमित लेकिन तीखा जवाब

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में लालू परिवार को “एक कंपनी” करार दिया था। इस पर तेज प्रताप ने बेहद संयमित लेकिन असरदार जवाब दिया।
उन्होंने कहा — “कोई भी कुछ भी बोल सकता है, लेकिन वाणी को हमेशा संयम में रखना चाहिए।”
तेज प्रताप ने यह भी कहा कि वे चुनाव को मुद्दों पर लड़ रहे हैं और जनता का पूरा समर्थन उनके साथ है।
उन्होंने आत्मविश्वास से कहा — “महुआ से इस बार हम रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज करेंगे।”
उनका यह बयान राजनीतिक रूप से परिपक्वता का उदाहरण भी है और विपक्ष के लिए एक पॉज़िटिव सिग्नल भी।

‘हरा झंडा वाली राजद फर्जी है’: परिवार में मतभेद फिर सुर्खियों में

लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटे — तेजस्वी और तेज प्रताप यादव — के बीच मतभेद किसी से छिपे नहीं हैं।
तेज प्रताप पहले ही कह चुके हैं कि “हरा झंडा वाली राजद फर्जी है।”
उन्होंने अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल (JJD) बनाकर राजनीतिक मैदान में उतरने का एलान किया है।
इससे साफ़ है कि यादव परिवार की आंतरिक खींचतान अब राजनीतिक वास्तविकता बन चुकी है।
तेज प्रताप के हालिया बयान ने यह संदेश दिया है कि वे अब किसी भी कीमत पर अपनी पहचान को तेजस्वी के साये में नहीं रहने देंगे।

तेजस्वी की ‘माई बहिन योजना’ बनाम तेज प्रताप की अलग पहचान

पहले चरण के प्रचार के आखिरी दिन बिहार की राजनीति एक बार फिर यादव परिवार की आंतरिक राजनीति से गरमा गई।
जहां तेजस्वी यादव महिलाओं को लुभाने के लिए “माई बहिन योजना” जैसी नई स्कीमें लेकर आए हैं, वहीं तेज प्रताप अपने संगठन और कार्यकर्ताओं के जरिए अलग सियासी चेहरा बनाने में जुटे हैं।
तेज प्रताप का “झुनझुना” वाला बयान दरअसल अपने भाई के राजनीतिक अनुभव पर सीधा व्यंग्य था।
यह बयान अब मतदाताओं में जिज्ञासा, चर्चा और विभाजन — तीनों को एक साथ जन्म दे रहा है।

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जनता के बीच चर्चा: भाई-भाई की जंग या सियासी रणनीति?

तेज प्रताप यादव के बयान के बाद बिहार के राजनीतिक विश्लेषक इसे “रणनीतिक विरोध” करार दे रहे हैं।
विश्लेषकों का कहना है कि तेज प्रताप अपने जनाधार को स्वतंत्र रूप से मजबूत करना चाहते हैं, जबकि तेजस्वी गठबंधन की नीतियों पर भरोसा दिखा रहे हैं।
तेज प्रताप का दावा है कि वे महुआ से रिकॉर्ड वोटों से जीत दर्ज करेंगे, जबकि तेजस्वी अपने पारंपरिक वोट बैंक को बचाने में लगे हैं।
यह पारिवारिक सियासी जंग अब जनता के बीच सबसे चर्चित विषय बन चुकी है।

तेज प्रताप का बयान बना Bihar Election 2025 का गेम चेंजर पल

Bihar Election 2025 के पहले चरण से पहले तेज प्रताप यादव का यह बयान बिहार की राजनीति में Powerful और Sentimental दोनों असर डाल रहा है।
उनके “झुनझुना” शब्द ने चुनावी विमर्श को एक भावनात्मक मोड़ दे दिया है।
जहां एक तरफ लालू परिवार की सियासी विरासत है, वहीं दूसरी ओर नई पीढ़ी की महत्वाकांक्षा है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता इस बयान को हास्य, अहम या राजनीतिक रणनीति के रूप में लेती है।
एक बात तो तय है — तेज प्रताप का “झुनझुना” अब इस चुनाव का सबसे चर्चित प्रतीक बन गया है।

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