पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दौरान काराकाट विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार ज्योति सिंह, जो पावर स्टार पवन सिंह की पत्नी हैं, एक बड़ी मुश्किल में फंस गई हैं। आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में ज्योति सिंह और उनके परिवार के 18 सदस्यों पर FIR दर्ज की गई है। प्रशासन ने इस मामले को चुनावी प्रक्रिया में गंभीर बाधा के रूप में लिया है।
बिना अनुमति होटल में ठहरने पर कार्रवाई (H2)
यह मामला बिना अनुमति होटल में ठहरने से जुड़ा है। जानकारी के अनुसार, बिक्रमगंज एसडीओ सह काराकाट विधानसभा क्षेत्र (संख्या 213) के निर्वाची पदाधिकारी प्रभात कुमार ने बिक्रमगंज थाना में आवेदन दिया था, जिसके आधार पर यह FIR दर्ज की गई। यह पूरी कार्रवाई 10 नवंबर की रात करीब 12:25 बजे की गई, जब अधिकारी दल ने डेहरी रोड स्थित मां विंध्यवासिनी होटल में छापेमारी की।
मौके पर ज्योति सिंह और राज्य से बाहर के कई लोग होटल में ठहरे हुए पाए गए, जबकि किसी के पास पूर्व अनुमति नहीं थी। यह सीधा आचार संहिता का उल्लंघन माना गया।
वाहनों के इस्तेमाल में भी नियम तोड़ने का आरोप
निर्वाचन अधिकारी के आवेदन में यह भी उल्लेख है कि तीन वाहनों का उपयोग किया जा रहा था, जिनकी अनुमति 9 नवंबर को समाप्त हो चुकी थी। इसके बावजूद उन वाहनों का चुनावी अवधि में उपयोग किया गया, जो निर्वाचन आयोग के नियमों के खिलाफ है।
यह आरोप लगाया गया कि ज्योति सिंह और उनका परिवार निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान नियमों की अनदेखी कर रहा था, जो लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम और आचार संहिता दोनों का उल्लंघन है।
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जांच के दौरान सहयोग न करने का आरोप

अधिकारियों ने बताया कि जब निरीक्षण के दौरान टीम होटल पहुंची, तो वहां मौजूद लोगों ने जांच में सहयोग नहीं किया।
यह भी कहा गया कि ज्योति सिंह ने जांच अधिकारियों पर आरोप लगाया कि उन्होंने महिलाओं के कमरे में जबरन प्रवेश किया, लेकिन अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि दरवाजा खुलने के बाद वे कमरे के बाहर ही ठिठक गए और किसी भी महिला के कमरे में प्रवेश नहीं किया।
यह घटनाक्रम चुनावी माहौल में संवेदनशीलता और प्रशासनिक सख्ती दोनों को उजागर करता है।
बिक्रमगंज थानाध्यक्ष ने FIR की पुष्टि की
बिक्रमगंज थानाध्यक्ष ललन कुमार ने बताया कि एसडीओ प्रभात कुमार के आवेदन पर थाना कांड संख्या 765/25 दर्ज किया गया है।
मामले की जांच जारी है और प्रशासन इसे चुनावी आचार संहिता के गंभीर उल्लंघन के रूप में देख रहा है।
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, यह प्रकरण “निर्वाचन प्रक्रिया में व्यवधान और बिना अनुमति गतिविधि” की श्रेणी में आता है।
पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह से संपर्क की कोशिश नाकाम
सूत्रों ने बताया कि ज्योति सिंह से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनकी ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
इस बीच, राजनीतिक गलियारों में यह मामला चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि यह मामला एक प्रमुख भोजपुरी स्टार के परिवार से जुड़ा हुआ है।
प्रशासनिक अधिकारी अब होटल, वाहनों और ठहरने से जुड़े दस्तावेजों की गहन जांच कर रहे हैं ताकि पूरे घटनाक्रम की सच्चाई सामने आ सके।
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चुनाव आयोग की सख्त नजर
बिहार निर्वाचन आयोग ने सभी जिलों को निर्देश दिया है कि किसी भी उम्मीदवार या समर्थक द्वारा बिना अनुमति सभा, ठहराव या प्रचार गतिविधि को तुरंत रोका जाए।
यह कदम राज्य में चुनावी पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
बिक्रमगंज एसडीओ ने भी कहा है कि अगर किसी भी तरह की अनुशासनहीनता या आचार संहिता का उल्लंघन दोबारा हुआ, तो चुनाव आयोग की विशेष टीम कार्रवाई करेगी।
चुनावी सख्ती और कानून व्यवस्था का संदेश
Bihar Election 2025 के इस दौर में, यह घटना एक महत्वपूर्ण संदेश देती है कि प्रशासन चुनावी आचार संहिता पर किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगा।
ज्योति सिंह पर दर्ज हुई FIR न सिर्फ व्यक्तिगत कार्रवाई है, बल्कि यह पूरे राज्य के उम्मीदवारों के लिए एक चेतावनी है कि नियमों का पालन हर हाल में आवश्यक है।
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