बिहार Vidhan Sabha Winter Session 2025: 18वीं बिहार विधानसभा का पहला सत्र सोमवार से औपचारिक रूप से शुरू हो गया। विधानसभा परिसर सुबह से ही राजनीतिक हलचल और उत्साह से भरा हुआ था। शपथ ग्रहण की प्रक्रिया शुरू होते ही सदन में सत्ता और विपक्ष दोनों की रणनीतियाँ दिखी, लेकिन इस बीच शिष्टाचार और सौहार्द की झलक भी देखने को मिली।
शपथ ग्रहण का क्रम और मंत्रियों की उपस्थिति
सबसे पहले उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने शपथ ग्रहण की। इसके बाद विजय सिन्हा ने अपने पद की पुष्टि करते हुए शपथ ली। वरीयता क्रम के अनुसार अन्य मंत्रियों को बुलाकर विधानसभा सचिव ने शपथ ग्रहण प्रक्रिया का संचालन किया।
इस दौरान एक दिलचस्प दृश्य देखने को मिला। जब कृषि मंत्री रामकृपाल यादव ने शपथ ली, तो नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव उनकी सीट पर जाकर उन्हें गले लगाकर बधाई दी। यह क्षण सियासी कटुता के बीच सौहार्द और लोकतांत्रिक शालीनता का प्रतीक साबित हुआ।
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तेजस्वी यादव का अलग अंदाज़ और विपक्ष की खामोशी

तेजस्वी यादव ने शपथ ग्रहण के दौरान हाथ जोड़कर सभी नेताओं का अभिवादन किया। हालांकि, उन्होंने मीडिया से दूरी बनाए रखी और किसी तरह की प्रतिक्रिया देने से परहेज किया। यह खामोशी उनके अंदरूनी राजनीतिक मंथन और रणनीति का संकेत मानी जा रही है।
सदन में विपक्ष के विधायकों ने इस अवसर पर सौहार्दपूर्ण व्यवहार का प्रदर्शन किया। राजद और महागठबंधन के विधायकों ने नेता तेजस्वी यादव का गर्मजोशी से स्वागत किया।
विधानसभा सत्र का राजनीतिक माहौल और संदेश
पहले दिन की कार्यवाही ने बिहार विधानसभा में एक अलग राजनीतिक तस्वीर पेश की। शपथ ग्रहण के दौरान
• सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के तेवर दिखाई दिए।
• शिष्टाचार और सम्मान का सौहार्दपूर्ण क्षण भी देखा गया।
• विपक्ष की खामोशी ने यह संकेत दिया कि आने वाले दिनों में सदन में रणनीतिक बहस देखने को मिल सकती है।
सत्र का पहला दिन साफ़ करता है कि नए विधायकों और मंत्रियों की भागीदारी के साथ-साथ राजनीतिक संवाद और शिष्टाचार दोनों का महत्व बरकरार है।
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आगामी कार्यवाही और महत्वपूर्ण दिन
18वीं बिहार विधानसभा का यह सत्र कुल पांच दिनों तक चलेगा। इसमें सदन की महत्वपूर्ण कार्यवाही शामिल है:
• 2 दिसंबर: विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव।
• 3 दिसंबर: राज्यपाल दोनों सदनों को संबोधित करेंगे।
• 4 दिसंबर: राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस।
• 5 दिसंबर: द्वितीय अनुपूरक व्यय विवरणी पर चर्चा, मतदान और विनियोग विधेयकों की मंजूरी।
सत्र में सरकार और विपक्ष दोनों की तैयारी आगामी बहसों और रणनीतियों की दिशा तय करेगी।
सौहार्द और सियासी तेवर का संगम
सत्र के पहले दिन शपथ ग्रहण समारोह ने यह साबित किया कि बिहार विधानसभा में शिष्टाचार, परंपरा और सियासी तेवर एक साथ मौजूद हैं। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और मंत्री रामकृपाल यादव के बीच सौहार्द ने सदन में सकारात्मक संदेश भेजा।
सत्र का यह पहला दिन यह संकेत देता है कि नई सरकार अपने पांच साल के विकास कार्यों के लिए पूरी तरह सक्रिय और उत्तरदायी है, वहीं विपक्ष अपनी रणनीति के साथ तैयार है।
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