Bihar Vidhan Sabha Session: ‘सिर पर मिथिला पाग और मैथिली भाषा’,बिहार की सबसे कम उम्र की विधायक मैथिली ठाकुर ने पहली बार की शपथ ग्रहण

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बिहार की सबसे युवा विधायक मैथिली ठाकुर ने मिथिला पाग और मैथिली भाषा में शपथ ग्रहण की
Highlights
  • • मैथिली ठाकुर ने मैथिली भाषा में शपथ ग्रहण की। • उन्होंने सिर पर मिथिला पाग और मधुबनी पेंटिंग वाली साड़ी पहनकर सदन में प्रवेश किया। • नव निर्वाचित विधायकों ने शिष्टाचार और लोकतांत्रिक परंपरा का पालन किया। • सत्र के पहले दिन सत्ता और विपक्ष दोनों की राजनीतिक तैयारियाँ दिखाई दीं। • 2–5 दिसंबर तक विधानसभा में महत्वपूर्ण कार्यवाही होगी।

बिहार Vidhan Sabha Winter Session 2025: बिहार विधानसभा का 18वां सत्र सोमवार से औपचारिक रूप से शुरू हो गया। इस सत्र की शुरुआत शपथ ग्रहण समारोह से हुई, जिसमें नव निर्वाचित विधायकों ने अपनी सदस्यता की शपथ ली। समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा का औपचारिक स्वागत किया गया, जबकि विपक्षी नेताओं ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का स्वागत पोर्टिको में किया।

इस सत्र की सबसे खास बात रही बिहार की सबसे युवा विधायक मैथिली ठाकुर का शपथ ग्रहण। उन्होंने अपने विशेष अंदाज से सदन में सांस्कृतिक और भाषाई गौरव को दर्शाया।

मैथिली ठाकुर का विशिष्ट अंदाज और शपथ ग्रहण

Bihar Vidhan Sabha Session: ‘सिर पर मिथिला पाग और मैथिली भाषा’,बिहार की सबसे कम उम्र की विधायक मैथिली ठाकुर ने पहली बार की शपथ ग्रहण 1

मैथिली ठाकुर ने अपने शपथ ग्रहण के दिन मधुबनी पेंटिंग वाली साड़ी पहनी थी और सिर पर मिथिला पाग रखा था। उन्होंने शपथ मैथिली भाषा में ली, जो विधानसभा में एक दुर्लभ और प्रेरणादायक दृश्य बन गया।

मैथिली ठाकुर ने अलीनगर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतकर बिहार विधानसभा में जगह बनाई। उन्होंने इस अवसर पर कहा,
“मेरा एक नया जीवन शुरु होगा। आज शपथ ग्रहण के बाद मैं विधायिका बन जाऊंगी। मेरे लिए यह दिन बेहद महत्वपूर्ण और गर्व का है।”

उनकी इस शपथ ग्रहण के दौरान सदन के अन्य सदस्य और वरिष्ठ नेताओं ने उनकी तारीफ की। इस दृश्य ने यह संदेश दिया कि बिहार विधानसभा में युवाओं और सांस्कृतिक पहचान को सम्मान दिया जाता है।

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सत्र के पहले दिन की कार्यवाही और राजनीतिक माहौल

सत्र के पहले दिन सभी नव निर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई जा रही थी। पहले मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की, जिसके बाद सभी सदस्य क्रमशः शपथ ले रहे हैं। प्रोटेम स्पीकर नरेंद्र नारायण यादव ने पूरी प्रक्रिया का संचालन किया।

सत्र के पहले दिन का राजनीतिक माहौल भी उल्लेखनीय था। विधानसभा परिसर में सुबह से ही हलचल रही। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उनके सहयोगियों ने पोर्टिको में स्वागत प्राप्त किया। वहीं, सत्ता पक्ष के नेता भी अपनी उपस्थिति और तैयारियों के साथ सदन में पहुंचे।

इस सत्र में सत्ता और विपक्ष के बीच सियासी तेवर और सौहार्द दोनों देखने को मिले। पहले दिन शपथ ग्रहण के दौरान नेताओं ने एक-दूसरे का सम्मान करते हुए लोकतांत्रिक शिष्टाचार का प्रदर्शन किया।

मैथिली ठाकुर की जीत और राजनीतिक महत्व

मैथिली ठाकुर ने 2025 के विधानसभा चुनाव में राजद के वरिष्ठ नेता विनोद मिश्रा को हराया। इस जीत ने उन्हें राज्य की सबसे युवा विधायक बनने का गौरव दिलाया।

उनकी जीत और शपथ ग्रहण से स्पष्ट होता है कि बिहार विधानसभा में युवा नेतृत्व और नई सोच को भी महत्वपूर्ण स्थान दिया जा रहा है। मैथिली ठाकुर ने न केवल युवा वोटर्स को प्रेरित किया बल्कि भाषाई और सांस्कृतिक पहचान का भी संदेश सदन में पहुंचाया।

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विधानसभा सत्र की आगामी कार्यवाही

18वीं बिहार विधानसभा का यह सत्र कुल पांच दिनों तक चलेगा। आगामी कार्यवाहियाँ इस प्रकार हैं:
• 2 दिसंबर: विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव।
• 3 दिसंबर: राज्यपाल द्वारा दोनों सदनों को संबोधित किया जाएगा।
• 4 दिसंबर: राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस।
• 5 दिसंबर: द्वितीय अनुपूरक व्यय विवरणी पर चर्चा, मतदान और विनियोग विधेयकों की मंजूरी।

सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों पूरी तैयारी के साथ मौजूद रहेंगे। सत्र का यह पहला दिन आगामी बहसों और नीतिगत निर्णयों की दिशा तय करेगा।

युवा नेतृत्व और सांस्कृतिक गौरव का संगम

सत्र के पहले दिन शपथ ग्रहण समारोह ने यह साबित किया कि बिहार विधानसभा में युवाओं की भागीदारी, पारंपरिक शिष्टाचार और सियासी सौहार्द एक साथ मौजूद हैं।
• मैथिली ठाकुर ने मैथिली भाषा में शपथ लेकर और मिथिला पाग पहनकर सदन में सांस्कृतिक गौरव को दिखाया।
• नव निर्वाचित विधायकों ने शपथ ग्रहण के दौरान शिष्टाचार और लोकतांत्रिक परंपरा का पालन किया।
• सत्र का पहला दिन आगामी राजनीतिक बहसों और रणनीतियों का मार्गदर्शन करेगा।

इस तरह, बिहार विधानसभा का यह सत्र युवा नेतृत्व और सांस्कृतिक पहचान के संगम का प्रतीक बन गया।

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