Upendra Kushwaha: पार्टी में टूट की खबरों पर उपेंद्र कुशवाहा का सख्त बयान
राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी पार्टी में फूट और टूट की खबरों पर सख्त प्रतिक्रिया दी है। सासाराम में शुक्रवार को मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पार्टी पूरी तरह एकजुट है और किसी भी प्रकार की टूट की चर्चा पूरी तरह निराधार है।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मीडिया के कुछ सवाल “बेवजह और गैर-जरूरी” हैं और ऐसे मुद्दों को उछालना राजनीतिक शोरगुल से ज्यादा कुछ नहीं है।
- Upendra Kushwaha: पार्टी में टूट की खबरों पर उपेंद्र कुशवाहा का सख्त बयान
- Upendra Kushwaha: लिट्टी-चोखा पार्टी से शुरू हुई अटकलें
- Upendra Kushwaha: मीडिया को दी नसीहत, सवालों पर उठाए सवाल
- Upendra Kushwaha: बेटे को मंत्री बनाए जाने से नाराजगी की चर्चा
- Upendra Kushwaha: कुशवाहा का भरोसा – पार्टी पूरी तरह मजबूत
Upendra Kushwaha: लिट्टी-चोखा पार्टी से शुरू हुई अटकलें

दरअसल, हाल ही में पटना में आयोजित एक लिट्टी-चोखा पार्टी के दौरान राष्ट्रीय लोक मोर्चा के तीन विधायकों — रामेश्वर कुमार महतो, माधव आनंद और आलोक सिंह — की गैरहाजिरी ने सियासी गलियारों में हलचल तेज कर दी थी।
इसके बाद इन विधायकों की भाजपा नेता नितिन नबीन के साथ वायरल तस्वीरों ने अफवाहों को और हवा दे दी।
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Upendra Kushwaha: “कार्यक्रम में न आना कोई मुद्दा नहीं” – कुशवाहा
इन अटकलों पर प्रतिक्रिया देते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने साफ कहा कि किसी कार्यक्रम में किसी विधायक का शामिल न होना कोई राजनीतिक संकेत नहीं होता।
उन्होंने कहा,
“हर बात को तोड़-मरोड़कर पेश करना गलत है। कार्यक्रम में न आना कोई मुद्दा नहीं है।”
Upendra Kushwaha: मीडिया को दी नसीहत, सवालों पर उठाए सवाल
उपेंद्र कुशवाहा ने पत्रकारों को नसीहत देते हुए कहा कि अब उनके पास ठोस सवाल नहीं बचे हैं, इसलिए बेवजह ऐसी चर्चाएं की जा रही हैं।
उन्होंने दो टूक कहा कि पार्टी में न तो कोई असंतोष है और न ही कोई अंदरूनी कलह।
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Upendra Kushwaha: बेटे को मंत्री बनाए जाने से नाराजगी की चर्चा
हालांकि, राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि पार्टी के भीतर असंतोष गहराता जा रहा है।
बताया जा रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा के बेटे दीपक प्रकाश को बिना विधायक या एमएलसी बने मंत्री बनाए जाने से अन्य विधायक नाराज हैं।
Upendra Kushwaha: चार विधायकों वाली पार्टी में बढ़ा दबाव
राष्ट्रीय लोक मोर्चा के कुल चार विधायकों में से एक विधायक खुद कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता हैं।
ऐसे में यदि बाकी तीन विधायक अलग रुख अपनाते हैं, तो पार्टी विधानसभा में कमजोर स्थिति में आ सकती है। यही कारण है कि राजनीतिक विश्लेषक इस मुद्दे को गंभीरता से देख रहे हैं।
Upendra Kushwaha: कुशवाहा का भरोसा – पार्टी पूरी तरह मजबूत
इन तमाम चर्चाओं के बीच उपेंद्र कुशवाहा ने अपने विधायकों की निष्ठा पर पूरा भरोसा जताया है।
उन्होंने कहा कि पार्टी एकजुट है और भविष्य में भी एकजुट रहेगी।
कुशवाहा के अनुसार, यह सब केवल अफवाहें हैं जिनका सच्चाई से कोई लेना-देना नहीं है।
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