बिहार में स्कूल खुलने से पहले सभी विद्याथियों की कोरोना जांच की जाएगी। जब जांच रिपोर्ट निगेटिव आएगी तब स्कूल जाने का मौका मिलेगा। इस दौरान अगर कोई कोरोना पॉजिटिव निकलता है तो उसे 14 दिनों तक होम क्वारंटाइन करने के बाद ही स्कूल बुलाया जायेगा। ऐसे विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन ही पढ़ाई चलेगी।
इस बाबत सीबीएसई और सीआईएससीई स्कूलों को निर्देश भेज दिया गया है। ज्ञात हो कि अक्टूबर और नवंबर में मध्य प्रदेश, राजस्थान आदि कई राज्यों में स्कूल खोले गये। इस दौरान कई छात्रों के कोरोना पॉजिटिव निकलने से संबंधित स्कूल को पुन: बंद करना पड़ा। बिहार की बात करें तो अभी तक स्कूल खोले नहीं गए हैं। स्कूल खुलने से पहले कोरोना जांच करवाने की जिम्मेवारी संबंधित स्कूल प्रशासन को दी गई है।
कोरोना संक्रमण के कारण मार्च से अब तक लगातार स्कूल बंद हैं। अभी बोर्ड परीक्षा को लेकर नौवीं से 12वीं तक के स्कूल खोले गए हैं। आठवीं तक के स्कूल अब नए साल में ही खुलने की संभावना है। नए साल में स्कूल खुलने से पहले सभी स्कूलों में विद्यार्थियों की कोरोना जांच होगी। ज्ञात हो कि अभी सारी परीक्षाएं ऑनलाइन ही ली जा रही हैं। 15 दिसंबर तक परीक्षाएं होने के बाद क्रिसमस की छुट्टी होगी।
बच्चों की कोरोना जांच के पहले स्कूलों को सेनेटाइज किया जायेगा। इसके लिए स्कूलों ने तैयारी भी शुरू कर दी है। बाल्डविन एकेडमी के प्राचार्य राजीव रंजन ने बताया कि नौंवी से 12वीं तक के छात्रों के लिए डाउट क्लास चल रहा हैं। ऐसे में कई बार स्कूल परिसर को सेनेटाइज किया जा चुका है। इसके अलावा स्कूल खुलने के पहले भी सेनेटाइज किया जायेगा। इंटरनेशनल स्कूल की प्राचार्य एफ हसन ने बताया कि हर कक्षा को सेनेटाइज करने के बाद ही बच्चे को बुलाया जायेगा। इसके बाद सभी बच्चों की कोरोना जांच की जाएगी।