पटना डेस्कः बाहुबली नेता आनंद मोहन सहरसा पहुंच चुके हैं। इसके बाद जेल में सरेंडर करेंगे। फिर उनकी रिहाई के लिये कागजी प्रक्रिया पूरी की जायेगी। इसके बाद वह हमेशा के लिये जेल से बाहर आकर खुली आसमान के नीचे सांस लेंगे।
बता दें कि बिहार सरकार से मिली रिहाई के बीच आनंद मोहन सहरसा जेल में सरेंडर करेंगे। उनको जो पैराल मिली थी उसकी मियाद 25 अप्रैल को पूरी हो चुकी है ऐसे में अब स्थाई तौर पर रिहाई के लिए उनको कागजी प्रक्रिया पूरी करनी होगी। इसलिए उन्हें जेल वापस जाना होगा। चेतन आनंद की सगाई के लिए उनको 15 दिनों की पैरोल मिली थी।
मालूम हो कि, सोमवार को बिहार सरकार ने जिन 27 कैदियों की रिहाई का आदेश जारी किया उसमें पूर्व सांसद आनंद मोहन भी शामिल है हालांकि इनकी रिहाई को लेकर कई सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों के साथ-साथ गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णाया के परिवार ने भी आपत्ति जताई है। वहीं, इसे लेकरआनंद मोहन का कहना है कि,पैरोल सरेंडर करेंगे और जो भी जेल की प्रक्रिया है, उसको पूरी कर के बाहर आएंगे।
इसके आगे उन्होंने कहा कि, रिहाई का फैसला हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के आलोक में ये फैसला लिया गया है, इसलिए किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। जहां तक राजनीति में सक्रिय होने का सवाल है तो जेल से बाहर आने के बाद अपने पुराने साथियों के साथ मिल-बैठकर फैसला करूंगा।
आपको बताते चलें कि, आनंद मोहन को गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा मिली थी. जिसके बाद से वह करीब 16 सालों से जेल में बंद हैं। उन पर भीड़ को उकसाने का आरोप है। अभी हाल में ही राज्य सरकार ने आनंद मोहन समेत 27 कैदियों को रिहा करने का आदेश जारी किया है।