बिहार में पड़ रही भीषण गर्मी ने बिजली खपत के सारे रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। मंगलवार आधी तक राज्य में कुल 8303 मेगावाट बिजली की खपत दर्ज की गई, जो अब तक की सर्वाधिक खपत है। इससे पहले अधिकतम खपत का रिकॉर्ड 8005 मेगावाट था। हालांकि इसमें और इजाफा होने की संभावनाएं जताई जा रही है।
साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के प्रबंध निदेशक के मुताबिक खपत का रिकॉर्ड बनने के बावजूद, राज्य भर में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कहा कि सभी अभियंता अलर्ट पर हैं और राज्य के किसी भी हिस्से से बिजली आपूर्ति बाधित होने की कोई सूचना नहीं है। फ्यूजकाल (बिजली गुल होने की शिकायतें) भी नियंत्रित है, जो विद्युत संरचनाओं की गुणवत्ता और बेहतर रखरखाव का परिणाम है।
साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के क्षेत्र में 4354 मेगावाट बिजली खपत का रिकॉर्ड बना है। नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के क्षेत्र में 3949 मेगावाट खपत का रिकॉर्ड दर्ज किया गया है। वहीं पटना विद्युत आपूर्ति प्रतिष्ठान (PESU) भी बिजली खपत का नया रिकॉर्ड बना सकता है। 13 मई को पटना में अधिकतम बिजली खपत का रिकॉर्ड 811 मेगावाट था। खबर लिखे जाने तक पटना में आठ सौ मेगावाट से अधिक बिजली की खपत हो रही थी, और देर रात तक यह रिकॉर्ड भी टूटने की संभावना थी।
बिजली की बढ़ती मांग को देखते हुए बिजली कंपनी के अभियंता पूरी तरह से अलर्ट पर हैं। फ्यूजकाल सेंटरों का नियमित निरीक्षण किया जा रहा है और राजधानी पटना में मंगलवार को फ्यूजकाल की शिकायतें सामान्य रहीं। पेसू के महाप्रबंधक श्रीराम सिंह ने बताया कि निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए अभियंता 24 घंटे फ्यूजकाल सेंटरों पर कार्यरत हैं और शिकायत दर्ज होने के बाद उसे तुरंत दूर करने की व्यवस्था है।
ये भी पढ़ें…बिहार को मिला पहला डबल-डेकर पुल, लोगों का फुर्र से होगा आना-जाना, CM नीतीश ने किया उद्घाटन