Desk: पटना के कंकड़बाग थाना में तैनात एक सिपाही की गुंडागर्दी का मामला सामने आया है। गाड़ी चेकिंग के नाम पर उसने स्कूटी से जा रहे एक स्टूडेंट को सिपाही ने रोका। उससे गाड़ी के कागजात मांगे। उस वक्त स्टूडेंट के पास कागजात नहीं थे, उसने घर से मंगवा देने की बात कही। स्टूडेंट का आरोप है कि इस पर सिपाही ने उससे 5 हजार रुपए की डिमांड कर दी। स्टूडेंट ने तत्काल कहा कि मेरे पास मात्र 200-300 रुपए ही हैं।
ये सुनते ही सिपाही भड़क गया। उसे थाना चलने को कहा और गाड़ी में शराब की बोतल रख कर जेल भेज देने की धमकी दी। इस पर स्टूडेंट घबरा गया और उसने अपने पिता को कॉल करने के लिए मोबाइल निकाला तो सिपाही ने उसके मोबाइल को तोड़ दिया। उसकी स्कूटी को जब्त कर लिया। यह पूरा मामला बुधवार की शाम कंकड़बाग के ऑटो स्टैंड के पास का है। स्टूडेंट का नाम आशुतोष कुमार है। वो चांदमारी रोड में किराए के मकान मे रहता है और मूल रूप से दरभंगा के किला रोड का रहने वाला है।
दूसरे के घर में छुपना पड़ा
आशुतोष को सिपाही का नाम नहीं पता है, पर उसका दावा है कि उसे वो चेहरे से जरूर पहचान लेगा। दरअसल, आशुतोष की मानें तो सिपाही वहां पर अकेला नहीं था। एक बाइक से सिविल ड्रेस में दूसरा शख्स भी उसके साथ था। उसे पकड़ने के लिए कुछ और लोगों को बुला लिया था। रुपया नहीं देने और साथ में थाना नहीं चलने पर उसके साथ मारपीट शुरु कर दी गई। पिटाई की वजह से उसके दाएं पैर में चोट है और बाएं तरफ का कपड़ा भी फटा है। खुद को बचाने के लिए आशुतोष मौके से भागने लगा। अपराधी की तरह वो वहां से भाग और एक अनजान घर में बाउंड्री फांद कर चला गया। वहीं काफी देर तक वो छीपा रहा। सिपाही और उसके साथी उसे खोजते हुए वहां तक पहुंचे, पर उस तक पहुंच नहीं पाए।
मामला जानते ही गुस्से में आ गए SSP
गुरुवार की सुबह आशुतोष अपने एक साथी के साथ पटना के एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा से मिलने उनके ऑफिस पहुंच गया। उनसे मिलकर अपने साथ हुए वारदात की पूरी जानकारी दी। सिपाही के गुंडागर्दी की हर एक बात बताई। पूरा मामला जानते ही एसएसपी ने तत्काल कंकड़बाग के प्रभारी थानेदार को कॉल कर फटकारा। सिपाही की पहचान करने और उसका लाइन क्लोज करने को कहा। साथ ही तत्काल आशुतोष की स्कूटी को छोड़ने को कहा। दोबारा इस तरह का मामला सामने आने पर सख्त कार्रवाई की चेतवानी एसएसपी की तरफ से दी गई है।