बिहार Vidhan Sabha Winter Session 2025: 18वीं बिहार विधानसभा का पहला सत्र आज सोमवार से औपचारिक रूप से शुरू हो गया। इस सत्र की शुरुआत शपथ ग्रहण समारोह से हुई, जिसमें सभी मंत्रीगण और विधायक शपथ ले रहे हैं। प्रोटेम स्पीकर नरेंद्र नारायण यादव ने सबसे पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को बिहार विधानसभा का सदस्य बनाने की शपथ दिलाई।
तेजस्वी यादव ने सदन में हाथ जोड़कर सभी नेताओं का अभिवादन किया, जिससे यह दर्शाया गया कि सियासी कटुता के बावजूद सदन में शिष्टाचार और सम्मान कायम है।
शपथ ग्रहण का क्रम और नेताओं की उपस्थिति
सत्र के पहले दिन सबसे पहले डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने शपथ ग्रहण की। इसके बाद लखीसराय से विजय सिन्हा, फिर अन्य नव निर्वाचित विधायक जैसे विजय चौधरी, विजेंद्र यादव, श्रवण कुमार, मंगल पांडे, लेसी सिंह, नितीन नवीन, रामकृपाल यादव, सुनील कुमार, मोहम्मद जमां खान, संजय सिंह, अरुण शंकर प्रसाद, सुरेंद्र मेहता, नारायण प्रसाद, रमा निषाद, श्रेयसी सिंह, संजय कुमार, संजय कुमार सिंह और प्रेम कुमार ने शपथ ग्रहण की।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इस दौरान सदन में मौजूद रहे और विधायकों को शुभकामनाएँ दी। शपथ ग्रहण की प्रक्रिया क्रम से चली, जहाँ विधानसभा सचिव ने विधायकों के नाम पुकारे और उन्हें शपथ दिलाई।
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सत्र की विशेषताएँ और राजनीतिक माहौल

18वीं विधानसभा का यह पहला सत्र औपचारिक होने के साथ-साथ राजनीतिक महत्त्व से भरा हुआ है। सत्र के पहले दिन सदन में सियासी सौहार्द और शिष्टाचार दोनों का मिश्रण देखा गया।
• नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का हाथ जोड़कर अभिवादन और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी के साथ उनका शिष्टाचारपूर्ण व्यवहार सदन में सकारात्मक संकेत के रूप में उभरा।
• नए विधायकों में उत्साह साफ दिखाई दे रहा है।
• मंत्रीगण पहले शपथ ग्रहण कर रहे हैं, उसके बाद अन्य विधायक क्रम से शपथ ले रहे हैं।
इस सत्र में सरकार और विपक्ष दोनों अपनी रणनीतियों के साथ तैयार हैं, जिससे आने वाले दिनों में सदन की कार्यवाही में तीखी बहस और रणनीति देखने को मिलेगी।
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सत्र की आगामी रूपरेखा और महत्वपूर्ण दिन
सत्र कुल पाँच दिनों तक चलेगा और इसका उद्देश्य नए विधायकों को शपथ दिलाना, विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव और राज्यपाल का अभिभाषण शामिल है।
• 2 दिसंबर: विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव।
• 3 दिसंबर: राज्यपाल दोनों सदनों को संबोधित करेंगे।
• 4 दिसंबर: राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा।
• 5 दिसंबर: द्वितीय अनुपूरक व्यय विवरणी पर चर्चा, मतदान और विनियोग विधेयकों की मंजूरी।
इस सत्र में आने वाले दिन नीतिगत बहसों, आरोप-प्रत्यारोप और रणनीतिक गतिविधियों से भरे होंगे।
शपथ ग्रहण से सौहार्द, तेवर भी कायम
सत्र के पहले दिन शपथ ग्रहण समारोह ने यह दिखाया कि बिहार विधानसभा में शिष्टाचार, परंपरा और सियासी तेवर एक साथ मौजूद हैं। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी के बीच दुर्लभ मुलाक़ात ने यह संकेत दिया कि सियासत के बीच भी सौहार्द बनाए रखा जा सकता है।
सत्र का पहला दिन दर्शकों और राजनीति के जानकारों के लिए यह स्पष्ट करता है कि नई सरकार अपने विकास कार्यों के लिए पूरी तरह सक्रिय और उत्तरदायी है, वहीं विपक्ष भी अपनी भूमिका निभाने के लिए तैयार है।
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