पटना: बिहार में नौकरी को लेकर पक्ष और विपक्ष के बीच जारी आरोप-प्रत्यारोप के बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने स्वास्थ्य विभाग में हुई बहाली को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि मेरे स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए विभाग में जो डेढ़ लाख नौकरी थी, उसकी फाइल अपने कैबिनेट में मुख्यमंत्री ने आने से रुकवा दिया। तब मैंने आपसे अनुरोध किया था कि स्वास्थ्य विभाग संबंधी जो मैंने फाइल तैयार की थी, उसे कैबिनेट में आने दीजिए। इसपर मुख्यमंत्री ने कहा था कि बाद में देखा जाएगा। तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हाथ जोड़कर अपील की है कि उस फाइल को पास कराएं।
उन्होंने कहा कि अगर नौकरी देने में समझ में नहीं आ रहा है तो तेजस्वी बैठा हुआ है, तेजस्वी से पूछिए कि कहां-कहां नौकरी मिलेगी। तेजस्वी यादव ने कहा कि कौन कहता था कि बिहार में नौकरी मिलेगा? यही नीतीश कुमार कहते थे कि बिहार में नौकरी कहां से देंगे? पैसा कहां से लाएगा तेजस्वी से पूछो, लेकिन सरकार में जब हम आए तो हमने यह करवाया। यह बात सही है कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं, नाम उन्हीं का होगा। लेकिन करवाया किसने, यह सब कोई जानता है। हमारा जो प्रयोजन था नौकरी देने का वह हमने पूरा किया है।
विधानसभा की चार सीटों पर हो रहे उपचुनाव को लेकर तेजस्वी यादव ने दावा किया कि चारों सीटें महागठबंधन के खाते में आ रही हैं। जनता का भरोसा नीतीश कुमार की सरकार से बिल्कुल उठ गया है। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार बहुत अच्छा चल रहा है। उन्होंने कहा कि आज बिहार की स्थिति देख लीजिए, हमने 110 हत्या का डाटा आज पोस्ट किया है। बिहार में हालत क्या है, अपराधियों का पावर है। अपराधियों की दीपावली है लेकिन सरकार सब कुछ देख रही है।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा यह नारा देने पर कि बंटोगे तो कटोगे, इसपर तेजस्वी यादव ने कहा कि इन लोगों का काम ही है सिर्फ नफरत फैलाना। ये लोग सिर्फ समाज में नफरत फैलाएंगे, शिक्षा, स्वास्थ्य, नौकरी पर बात नहीं करेंगे।