CM नीतीश कुमार ने पटना में राजकीय उर्दू पुस्तकालय के नए भवन का किया उद्घाटन, 40 हजार पुस्तकों का दुर्लभ संग्रह, जानिए..

3 Min Read

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को पटना के अशोक राजपथ में राजकीय उर्दू पुस्तकालय के नए भवन का उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात् नीतीश कुमार ने राजकीय उर्दू पुस्तकालय का जायजा लिया। मालूम हो कि राजकीय उर्दू पुस्तकालय, पटना की स्थपना वर्ष 1938 में की गई थी। यह पुस्तकालय प्रदेश के उर्दू भाषा प्रेमियों, शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों के लिए अध्ययन-शोध का एक प्रमुख केंद्र रहा है। पुस्तकालय में उर्दू, हिंदी के साथ अंग्रेज़ी भाषा में विविध विषयों की पुस्तकें उपलब्ध हैं।

मुख्यमंत्री ने 3 करोड 7 साख 31 हजार रूपये की राशि से नवनिर्मित राजकीय उर्दू पुस्तकालय, पटना के नये भवन का शिलापट्ट अनावरण कर एवं फीता काटकर उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात् मुख्यमंत्री ने नये भवन का निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि यहाँ पठन-पाठन हेतु शान्त वातावरण एवं मूलभूत सुविधाएं मौजूद है, जिससे अध्ययनकर्ताओं को अध्ययन में सहजता महसूस होती है। पुस्तकालय के इस नये भवन के बन जाने से अब पाठकों एवं शोधकर्ताओं को और सहूलियत होगी। यहां सारी व्यवस्थायें ठीक रखें और भवन को मेंटेन रखें।

इस पुस्तकालय में लगभग 50-60 पाठक और शोधकर्त्ता प्रतिदिन पठन एवं अध्ययन के लिए आते है। यहां उर्दू लिपि के अतिरिक्त हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत, फारसी और अरबी भाषा में भी किताबें मौजूद हैं। इस पुस्तकालय में लगभग 40 हजार पुस्तकें उपलब्ध हैं। सामान्य प्रतियोगिता परीक्षा से संबंधित कई विषयों की पुस्तकें तथा वर्ग 3 से वर्ग 12 तक एन०सी०आर०टी० की पुस्तकें, पुस्कालय विज्ञान, पत्रकारिता आदि की पुस्तकें भी उपलब्ध हैं।

इसके अतिरिक्त महत्त्वपूर्ण एवं प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु हिन्दी, अंग्रजी और उर्दू की पत्रिकायें प्रत्येक माह आती हैं। साथ ही इन भाषाओं की अखबार भी नियमित रूप से आती हैं। कई राज्यों के शोधकर्ता एवं विद्यार्थी भी इस पुस्तकालय में आते हैं।

पुस्तकालय में पुस्तकों की अधिकता तथा अध्ययनकर्ताओं / शोधकर्ताओं की संख्या में बढ़ोत्तरी को देखते हुए राज्य योजना अन्तर्गत इस पुस्तकालय के नये भवन निर्माण कराया गया है। इस नवनिर्मित जी0+4 पुस्तकालय भवन में फर्नीचरों एवं उपस्करों की आवश्यकतानुसार व्यवस्था की गयी है। शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने मुख्यमंत्री को पुस्तक भेंटकर उनका स्वागत किया। बता दें कि राजकीय उर्दू पुस्तकालय, पटना की स्थापना दो मंजिला भवन में हुई थी, जो अशोक राजपथ के खजांची रोड मोड़ के सामने अवस्थित है।

ये भी पढ़ें…प्रधान शिक्षकों की बहाली की मांग, मामला अदालत में

Share This Article