Air polution
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पटनाः दिवाली पर बिहार की हवा में जहर घुल गया। राजधानी पटना के समेत राज्य के अन्य जिलों में वायु प्रदूषण का स्तर उच्च स्तर पर पहुंच गया। इसका बड़ा कारण दिवाली को लेकर पूरे राज्य में जमकर आतिशबाजी हुई है। दिवाली के बाद प्रदूषण का स्तर बेहद खतरनाक पर पहुंच गया है। पटना में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 206 के आसपास हो गया है। वहीं सबसे खराब हवा हाजीपुर में बहने लगी जहाँ एक्यूआई 303 के आसपास हो गया। हालाँकि बिहार सरकार की ओर से पटना, गया, मुजफ्फरपुर और हाजीपुर में पटाखे बैन थे। इसके बावजुद इन जिलों में देर रात तक आतिशबाजी हुई।

एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) के अचानक से ऊपर चढने के कारण दिवाली के दिन पूरे राज्य में जमकर हुई आतिशबाजी को माना जा रहा है। पटाखों के घुएं से कैसे हवा जहरीली हुई है इसका उदाहरण पूर्णिया है। दिवाली से एक दिन पहले पूर्णिया का AQI 150 दर्ज किया गया था जबकि दिवाली की रात पूर्णिया का AQI 280 दर्ज किया गया। वहीं दिवाली की दूसरी सुबह AQI 253 दर्ज किया गया। यानी एक्यूआई एक ही दिन में दोगुना हो गया।

AQI जीरो से 50 के बीच है तो AQI ‘अच्छा’ माना जाता है। 51 से 100 AQI होने पर ‘संतोषजनक’ होता है। 101 से 200 के बीच एक्यूआई ‘मध्यम’माना जाता है। AQI 201 से 300 के बीच हो तो  उसे ‘खराब’ माना जाता है. वहीं अगर AQI 301 से 400 के बीच हो तो इसे ‘बहुत खराब’ कहा जाता है. वहीं 401 से 500 के बीच AQI होने पर इसे ‘गंभीर’ श्रेणी में रखा जाता है।

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