चुनाव आयोग दिल्ली ने विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर एक चरण में पांच (5) फरवरी को मतदान होगा, जबकी आठ (8) फरवरी को मतगणना होगी। बता दें कि साल 2020 के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी। भाजपा के खाते में आठ सीटें आई थीं। जबकि, कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था।
बता दें कि 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी को समाप्त होने वाला है। 2020 में 6 जनवरी को चुनावी तारीखों का ऐलान किया गया था। 8 फरवरी को वोटिंग के बाद 11 फरवरी को वोटों की गिनती की गई थी। जिसमें आम आदमी पार्टी को बंपर जीत मिली थी। चुनाव में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की कुल 70 विधानसभा सीटों में से 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि भाजपा ने आठ सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं, कांग्रेस का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था। यह पार्टी दिल्ली में अपना खाता भी नहीं खोल पाई थी।
चुनाव की घोषणा के बाद दिल्ली में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई। सत्तारूढ़ आप की नजर हैट्रिक पर है। उसने 2015 में 67 और 2020 में 62 सीटों पर जीत का परचम लहराया था। बीजेपी पिछले दो विधानसभाओं में डबल डिजिट में नहीं पहुंच पाई है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में ये आखिरी चुनाव हो सकता है। वो 18 फरवरी को सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं।
इससे पहले छह जनवरी को चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदाताओं की अंतिम सूची जारी की थी। आयोग ने अपने बयान में बताया था कि कुल 1 करोड़ 55 लाख 24 हजार 858 मतदाता पंजीकृत हैं। इसके अलावा, इनमें से 84 लाख 49 हजार 645 पुरुष मतदाता हैं, जबकि 71 लाख 73 हजार 952 महिला मतदाता हैं।
दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से सभी सियासी दल अपने-अपने वादों और दावों के साथ जनता के बीच हैं। छींटाकशी, विवादित बयानों और आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। 4 जनवरी को आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा और संजय सिंह ने जिला मजिस्ट्रेट से मुलाकात कर मतदाताओं के नाम हटाए जाने की शिकायत दर्ज कराई थी। लेकिन, नई दिल्ली जिला निर्वाचन अधिकारी ने इस शिकायत को बेबुनियादी बताया था। उन्होंने कहा था कि इस शिकायत में किसी भी प्रकार की सत्यता नहीं है।
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