बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार लगातार कार्रवाई कर रही है। इसी बीच आर्थिक अपराध इकाई (EOU ) की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। मोतिहारी में आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने राज्य खाद्य निगम के लेखापाल राजेश कुमार के ठिकानों पर छापेमारी शुरू की। खबर की माने तो राजेश कुमार ने आय से 201.94 फीसदी अधिक संपत्ति अर्जित की है। छापेमारी के दौरान ही उनके ‘ऑल इन वन’ रुतबे और एक ‘गर्लफ्रेंड’ की भी जोरदार चर्चा हो रही है।
आर्थिक अपराध इकाई की टीमें राजेश कुमार के मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, वैशाली और पटना स्थित कुल छह ठिकानों पर एक साथ छापेमारी कर रही हैं। मुजफ्फरपुर में भी उनके किराए के मकान जो काजी मोहम्मदपुर के प्रोफेसर कॉलोनी में स्थित है। वहां सुबह से ही EOU की टीम रेड कर रही है।
सूत्रों के अनुसार, राजेश कुमार साल 2021 से मोतिहारी में लेखापाल के पद पर कार्यरत हैं, और इससे पहले हाजीपुर में तैनात थे। मोतिहारी कार्यालय में उनका रुतबा दोनों हाथों से माल बटोरने की भी खूब चर्चा है। इसके साथ ही, बिहार के एक अन्य जिले में कार्यरत एक गर्लफ्रेंड की भी चर्चा हैं, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
आर्थिक अपराध इकाई ने कोर्ट से सर्च वारंट प्राप्त करने के बाद यह कार्रवाई की है। जांच में पाया गया है कि राजेश कुमार ने अपने ज्ञात वैध आय स्रोतों से कहीं अधिक संपत्ति जुटाई है। छापेमारी के दायरे में उनके आवास, पैतृक घर, रिश्तेदारों के ठिकाने और कुछ अन्य संदिग्ध संपत्तियां शामिल हैं। EOU के अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी के दौरान कई दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और संदिग्ध लेन-देन से संबंधित कागजात बरामद हुए हैं। राजेश कुमार मूल रूप से मुजफ्फरपुर के निवासी बताए जा रहे हैं।
आर्थिक अपराध इकाई की प्रारंभिक जांच में संकेत मिले हैं कि राजेश कुमार ने नकद लेन-देन, अचल संपत्ति में निवेश और कई फर्जी खातों के माध्यम से काले धन को सफेद करने की कोशिश की है. उनके कुछ करीबी रिश्तेदारों के नाम पर भी संपत्तियां मिली हैं, जिनकी गहनता से जांच की जा रही है।
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