लखीसराय: लखीसराय में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जनसंख्या नियंत्रण को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हमें भी जनसंख्या नियंत्रण को लेकर चाइना जैसे ही कानून की आवश्यकता है जो हिंदू मुस्लिम, सिख, इसाई, सब पर समान रूप से लागू हो।
गिरिराज सिंह ने जनसंख्या नियंत्रण की नीति को लेकर कहा कि जो कानून की उपेक्षा करे, उसका वोटिंग का अधिकार छीन लिया जाए और सरकारी योजनाओं का कोई लाभ भी उसे न दिया जाए। देश के मुस्लिम बहुल 147 जिलों की चर्चा करते हुए जिस जनसँख्या असंतुलन का उन्होंने इशारा किया है, उसपर गौर करने की जरुरत इसलिए भी है क्योंकि हिंदू महिलाओं की एफटीआर कम और मुस्लिम महिलाओं का एफटीआर ज्यादा होता है। इसलिए, देश में आज जनसंख्या नियंत्रण को लेकर कड़ा कानून लाने की जरूरत है। संसाधनों के सामान वितरण जैसे देश व्यापी मुद्दे पर भाजपा ने अपनी राय रखी है पर उसकी सहयोगी जदयू ने पल्ला झाड़ लिया है जिससे यह आभास होता है कि जनसंख्या नियंत्रण जैसे पहलु को जटिलता के साथ मुद्दा बनाये रखने में ही ज्यादा दिलचस्पी है।
इसलिए परिवहन मंत्री शीला मंडल का बयान विरोधाभासी है। हमारे नेता सभी वर्गों के लिए काम करते हैं। सभी को लेकर चलने वाले नेता हैं। जनसंख्या नियंत्रण एक व्यक्ति विशेष की बात नहीं है। सभी वर्ग के लोगो को एक जुट होकर इसको समझने की जरूरत है।
राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा है कि गिरिराज सिंह की भाषा कहीं से उचित नहीं है। उन्हें सबसे पहले चाइना का उदाहरण देख लेना चाहिए। वहां, जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू होने के बाद क्या हुआ। गिरिराज सिंह को सबसे पहले जागरूकता अभियान चलाना चाहिए। यहां पर जागरूकता अभियान की आवश्यकता है और साथ ही साथ शिक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने की जरूरत है।
जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने से कुछ भी नहीं होगा। साल 2019 से आपकी पार्टी और आपकी सरकार जनसंख्या नियंत्रण कानून लाना चाह रही है। लेकिन, हिम्मत नहीं कर पा रही है। क्योंकि, इस कानून के अंजाम को देखा जा चुका है। इस तरह की राजनीति करने से पहले गिरिराज सिंह को समाज के सभी वर्ग के लोगों के बारे में सोचना चाहिए। इस तरह का बयान देश को कमजोर करता है।