पटनाः कहने को तो पूरा भारत एक है, लेकिन सच्चाई इन सब बातों से कही बहुत दूर है। पश्चिम का पूरब से और दक्षिण का उत्तर से बराबर टकराव की खबरें आती रहती है। इसी बीच प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए बिहार से होना काफी महंगा पड़ गया है। दरअसल पश्चिम बंगाल में सरकारी नौकरी के लिए फिजिकल टेस्ट देने गए छात्रों के साथ मारपीट का वीडियो काफी तेजी के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इसी बीच वायरल वीडियो पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कड़े शब्दों में नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार है। जहां रोहिंग्या और बांग्लादेशी, घुसपैठिए और मुसलमानों के लिए रेड कार्पेट बिछाया जाता है। उसी पश्चिम बंगाल में जब अपने ही देश के बच्चे, बिहार के अभ्यर्थी एग्जाम देने जा रहे हैं तो उनके साथ गुंडई की जा रही है। उन्हें मार रहे हैं, पीट रहे हैं, भगा रहे हैं। यह तस्वीर बिहार के तेजस्वी यादव भी देखें, राहुल गांधी भी देखें। ये लोग बताएं कि पश्चिम बंगाल अलग राष्ट्र है या भारत का एक अंग है।
इससे पहले बिहार बीजेपी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि बिहार से पश्चिम बंगाल में एग्जाम देने गए छात्रों के साथ मारपीट की गई। उनके सर्टिफिकेट छीन लिया गया। उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया। यह पूरी तरह से टीएमसी के गुंडई को दर्शाता है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इशारे पर टीएमसी के कार्यकर्ता बिहार के लोगों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार कर रहे हैं। मारपीट कर रहे हैं। इन तमाम बातों पर तेजस्वी यादव और लालू यादव बयान क्यों नहीं दे रहे हैं। एसी कमरे में बैठकर ट्वीट करने वाले तेजस्वी यादव को पश्चिम बंगाल में बिहार के छात्रों के साथ हुआ बर्ताव क्या नहीं दिख रहा है?
बता दें कि पिछले 24 घंटे से सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पश्चिम बंगाल में सरकारी नौकरी के लिए फिजिकल देने गए छात्र किसी होटल के कमरे में आराम करते दिख रहे हैं। तभी वहां कुछ लोग आते हैं और उनके साथ मारपीट करने लगते हैं। वे लोग उन अभ्यर्थियों की सर्टिफिकेट भी जबरदस्ती मांगकर उसे नष्ट करने की कोशिश करते हैं। इस घटना के वीडियो पर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है।
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