पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार की पूरी पोल पट्टी खुल गई। बगहा से आये फरियादी ने मुख्यमंत्री से कहा कि आपके जनता दरबार के आदेश का भी कॉलेज के अधिकारियों पर असर नहीं हो रहा. 2021 में हम आपके जनता दरबार में आए थे. आपने आदेश दिया इसके बाद भी बगहा के एक कॉलेज का प्राचार्य और यूनिवर्सिटी का वीसी नहीं सुन रहा. इस पर मुख्यमंत्री ने पूछा ..आप जनता दरबार में आये थे ? इस पर फरियादी ने कहा कि हां 2021 में आए थे, फिर कहा- काम नहीं हुआ? फरियादी ने कहा कि आदेश का पालन नहीं हुआ. यह सुनकर सीएम नीतीश परेशान हो गए। इसके बाद अपने प्रधान सचिव दीपक कुमार की तरफ देखा तो वे मोबाईल देख रहे थे. बस क्या था..खींझते हुए कहा कि आप मोबाईले देखते रहिए. जरा इधर भी देख लीजिए. हड़काने के बाद दीपक कुमार मुख्यमंत्री के पास आयेे. इसके बाद सीएम नीतीश ने कहा कि यह 2021 में आये थे।
भोजपुर से आई एक महिला ने शिकायत की. महिला ने मुख्यमंत्री से कहा कि वे नौ सालों से अनुकंपा पर नौकरी के लिए भटक रहे, लेकिन अधिकारी दौड़ा रहे. शिकायत सुनकर सीएम नीतीश ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को फोन किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि भोजपुर से एक महिला आई है. आरोप है कि महाविद्यालय में कार्यरत्त उनके पति की मौत हो गई है. अनुकंपा पर नौकरी अब तक नहीं मिली है।
सीएम नीतीश के जनता दरबार में कई लड़कियों की शिकायत आई। मुजफ्फरपुर से आई एक छात्रा की शिकायत सुनकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को फोन लगाया. सीएम नीतीश ने कहा कि ये लड़की को प्रोत्साहन राशि नहीं मिली है. यह 2018 में पास की है, अभी तक प्रोत्साहन राशि नहीं मिली. आखिर हो क्या रहा है।