भागलपुर, संवाददाता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरित होकर कांस्टेबल धनंजय पासवान अपने सहयोगियों श्रेयांश और शाहिद के साथ मिलकर पशु-पक्षियों की सेवा में दिन-रात जुटे हुए हैं। हेलमेट मैन धनंजय पासवान का कहना है कि जहां अधिकांश लोग जरूरतमंद इंसानों की सहायता के लिए आगे आते हैं, वहीं पशु-पक्षियों की पीड़ा को बहुत कम लोग समझते हैं। उनका मानना है कि बेजुबानों के लिए भी उतनी ही करुणा और सहयोग की भावना होनी चाहिए। उन्होंने और उनके साथियों ने इन मासूम जीवों की सेवा को ही अपने जीवन का उद्देश्य बना लिया है। धनंजय के साथी श्रेयांश बताते हैं कि इंसान अपनी भूख या जरूरत को बोलकर दूसरों से मदद ले सकता है, लेकिन जानवर कुछ कह नहीं सकते।
इसी सोच के साथ ये युवा कई वर्षों से जगह-जगह पर गायों के लिए चारा, कुत्तों और बंदरों के लिए बिस्किट और रोटियां, पक्षियों के लिए दाना और पानी की व्यवस्था कर रहे हैं। उन्हें जो भी पॉकेट खर्च मिलता है, उसे इन बेजुबानों की सेवा में लगा देते हैं।
धनंजय पासवान ने बताया कि इन मासूम जीवों की भूख मिटा कर उन्हें जो आंतरिक संतोष मिलता है, वह शब्दों में बया नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि यदि हर व्यक्ति थोड़ा-थोड़ा भी योगदान दे तो इन जीवों की स्थिति में काफी सुधार आ सकता है। अब तक कांस्टेबल धनंजय, श्रेयांश और शाहिद ने भागलपुर के कई इलाकों में बेजुबान पशु-पक्षियों के लिए न सिर्फ भोजन और पानी की व्यवस्था की है, बल्कि उनके सुरक्षित रहने के इंतजाम भी किए हैं।