मीनापुर विधानसभा सीट से एनडीए ने जदयू को सीट मिली तो पार्टी ने यहां से पूर्व मंत्री मनोज कुशवाहा को टिकट दिया है, लेकिन पार्टी द्वारा सिंबल मिलते ही उनका विरोध तेज हो गया है. बाहरी और स्थानीय प्रत्याशी का मुद्दा बनाकर एनडीए ने पिछले 4 दिनों में 3 सभाएं कर मनोज कुशवाहा के विरोध में लोगों को एकजुट किया. जिसका परिणाम हुआ कि पूर्व मंत्री रहे ने पार्टी के सिंबल को लौटाने का फैसला ले लिया.
बता दें कि मनोज कुशवाहा मुजफ्फरपुर के कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतते रहे हैं. पिछले चुनाव में उन्हें भाजपा प्रत्याशी केदार गुप्ता ने हराया था. इस बार कुढ़नी सीट भाजपा के खाते में है. जिसके कारण जदयू नेता मनोज कुशवाहा को मीनापुर विधानसभा सीट से जदयू ने प्रत्याशी बनाया था. मीनापुर में भाजपा नेताओं के साथ ही जदयू नेताओं ने भी बाहरी प्रत्याशी बताकर मनोज कुशवाहा का विरोध करने का फैसला लिया था.
मीनापुर में जदयू द्वारा बाहरी प्रत्याशी को दिए जाने का विरोध पिछले दिनों काफी सुर्खियों में रहा. सबसे पहले भाजपा नेता अजय कुमार ने लोगों के साथ बैठक कर बाहरी प्रत्याशी का मुद्दा गरम किया. अ जय कुमार पूर्व मंत्री दिनेश प्रसाद के बेटे हैं. इससे पहले चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के तौर पर मीनापुर से चुनाव लड़ा था. लेकिन, उन्हें आरजेडी उम्मीदवार मुन्ना यादव ने भारी मतों से हराया था. भाजपा के पिछले चुनाव में हार के कारण ही जदयू के स्थानीय नेता इस बार मीनापुर में काफी सक्रिय थे.