बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के दो दिन बाद अब नई सरकार के गठन की कवायद तेज हो गई है. गुरुवार को राजधानी पटना में पूरे दिन सियासी गहमागहमी जारी रहेगी क्योंकि एक साथ एनडीए और महागठबंधन के विभिन्न घटक दलों की बैठक अलग-अलग जगहों पर बुलाई गई है. पटना में गुरुवार को राबड़ी देवी के सरकारी आवास पर राजद के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक चल रही है तो वहीं दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा की बैठक मांझी के नेतृत्व में हुई.
पटना में आज ही जदयू के भी विधायक दल की बैठक होनी है जो कि शाम 3:30 बजे होगी. अपने विधायकों के साथ बैठक करने के बाद बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी बिहार के सीएम नीतीश कुमार से मिलने उनके आवास पहुंचे. इस दौरान मांझी के साथ उनकी पार्टी के चारों विधायक भी मौजूद रहे. मांझी ने नीतीश कुमार से मिलकर उनको अपना समर्थन पत्र सौंपा.
बात अगर महागठबंधन की करें तो महागठबंधन के भी सभी घटक दलों यानी कांग्रेस और राजद के विधायकों की एक बैठक पटना में ही एक साथ राबड़ी देवी के आवास पर होगी. इस बैठक में भाग लेने के लिए कांग्रेस के विधायक 10 सर्कुलर रोड रवाना हो गए हैं. पटना में राबड़ी आवास पर हो रही इस बैठक में पार्टी के राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह, बिहार प्रभारी सचिव विरेंद्र सिंह राठौर भी शामिल हैं.
कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायकों की पटना स्थित पार्टी मुख्यालय सदाकत आश्रम में भी बैठक आहूत की गई. इस बैठक में विधायकों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी. इस मौके पर पार्टी के वरीय नेताओं ने नवनिर्वाचित विधायकों के साथ मंत्रणा की. बैठक के दौरान नेताओं के चेहरे पर कम सीटों के कारण सरकार नहीं बना पाने का मलाल साफ तौर पर दिख रहा था.
पटना में गुरुवार की सुबह पहली बैठक राजद के विधायकों की शुरू हुई जिसमें ये संभावना जताई जा रही है कि आज ही तेजस्वी यादव को विधायक दल का नेता चुन लिया जाएगा. बिहार में दिपावली और छठ के बीच नई सरकार के गठन के कयास लगाए जा रहे हैं.