कोइलवर से मोकामा तक स्मार्ट सड़क बनाने का ऐलान, 2 करोड़ लोगों को सीधा फायदा, जानिए

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बिहार में लोगों को बेहतर सड़क सुविधा देने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। इसी के तहत जेपी गंगा पथ से गंगा नदी के सात पुल को जोड़ने का ऐलान किया गया है। इसका सीधा फायदा पटना से उत्तर बिहार की ओर आने-जाने वाले लोगों को मिलेगा। इसके निर्माण के लिए बीएसआरडीसी तैयारी शुरू कर दी है।

दीघा से कोईलवर तक 36.05 किमी गंगा पथ के निर्माण पर 6689.70 करोड़ की राशि खर्च होगी। गांदी मैदान से दीरगंज तक जेपी पथ एलिवेटेड है। दीदारगंज से राजेंद्र सेतु तक पुराने एनएच-31 का चौड़ीकरण किया जाएगा और इसे जेपी गंगा पथ से जोड़ दिया जाएगा। इसपर 1121.49 करोड़ की राशि खर्च होगी। अभी दीघा से कंगनघाट तक परिचालन हो रहा है। वर्तमान समय में दीघा घाट तक जेपी गंगा पथ पर वाहनों का परिचालन हो रहा है। कंगन घाट से दीदारगंज के बीच निर्माण जारी है। इसको मार्च के अंत करने का लक्ष्य रखा गया है।

जेपी गंगा पथ को पटना और उसके आसपास के क्षेत्रों में यातायात को सुगम बनाने के लिए विकसित किया जा रहा है, अब उत्तर बिहार के साथ बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए सात नए गंगा पुलों से जुड़ने जा रहा है। यह परियोजना न केवल यात्रा के समय को कम करेगी बल्कि ट्रैफिक जाम की समस्या को भी हल करेगी।दीघा से बिहटा तक 35.5 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जाएगा, जिसमें चार लेन की जगह अब छह लेन का पुल बनाया जाएगा। इस विस्तार से यात्रियों को उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, आरा, छपरा और गोपालगंज जैसे स्थानों तक पहुंचने में आसानी होगी।

इन नए पुलों और सड़क विस्तारों के निर्माण से न केवल यातायात व्यवस्था में सुधार होगा, बल्कि यह आर्थिक और औद्योगिक विकास को भी बढ़ावा देगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन परियोजनाओं की गुणवत्ता और समय पर पूर्णता पर जोर दिया है ताकि जनता को जल्द से जल्द लाभ मिल सके।उम्मीद की जा रही है कि जेपी गंगा पथ पर नए पुलों के निर्माण से यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा। उदाहरण के लिए, दीघा से कोईलवर तक की दूरी महज 35 मिनट में तय की जा सकेगी। इससे यात्रियों को जाम से राहत मिलेगी और वे अपने गंतव्य तक तेजी से पहुंच सकेंगे।

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