पटनाः मकर संक्रांति के अवसर पर पटना का सियासी माहौल दही-चूड़ा भोज की महक से खुशनुमा हो गया। इस बार आयोजन की बागडोर संभाली बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने, जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। भोज में सियासी गलियारों की कई नामचीन हस्तियां नजर आईं।
डिप्टी सीएम के आवास पर आयोजित इस कार्यक्रम में नीतीश कुमार, सम्राट चौधरी, विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने हिस्सा लिया। भोज के दौरान सभी नेता एक ही टेबल पर मिल-बैठकर बातचीत करते नजर आए।मकर संक्रांति पर दही-चूड़ा भोज का आयोजन बिहार की राजनीतिक परंपरा का हिस्सा है, जो सियासी समीकरणों और संदेशों के लिहाज से खास माना जाता है। इस बार भोज में नीतीश और भाजपा नेताओं की एकजुटता ने अटकलों को और भी गरमा दिया है।
राजनीतिक पृष्ठभूमि में गरमाते मुद्दों के बीच नेताओं की इस मुलाकात को लेकर कई मायने निकाले जा रहे हैं। हर साल आयोजित होने वाले इस भोज में जहां परंपरा और स्वाद का महत्व है, वहीं सियासी संदेश भी इससे अछूते नहीं रहते।
बिहार में मकर संक्रांति 14 जनवरी को है हालांकि उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के आवास पर 13 जनवरी को भोज दिया जा रहा है। वहीं भाजपा के तरफ से चूड़ा दही भोज को लेकर पार्टी कार्यालय और कई स्थानों पर पोस्टर लगाया गया है। 14 जनवरी को चूड़ा-दही भोज का आयोजन बीजेपी कार्यालय में किया जाएगा। जदयू के तरफ से रत्नेश सदा जो मद्य निषेध एवं निबंधन मंत्री हैं, उनके आवास पर 14 जनवरी को ही चूड़ा दही भोज का आयोजन किया जाएगा। चिराग पासवान के तरफ से भी 14 जनवरी को ही चूड़ा दही भोज का आयोजन किया जाएगा।
लेकिन बिहार की राजनीति में सबसे अधिक चर्चा का केंद्र होता है पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू यादव के घर पर होने वाला चूड़ा दही भोज का आयोजन। हालांकि राजद की ओर से इसको लेकर कोई पोस्टर नहीं लगाई गई है। लेकिन मकर संक्रांति के दिन राबड़ी आवास पर चूड़ा-दही भोज का आयोजन किया जाता है। इस बार फिर माना जा रहा है कि लालू यादव चूड़ा दही का भोज करेंगे।
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