DESK: सारण जिले के तरैया प्रखंड के चंचालिया पंचायत में मनरेगा में काफी धांधली उजागर हुआ है। आपको बता दें कि इस पंचायत में डॉक्टर, छात्र, इंजीनियर, बैंक अधिकारी, ट्रक ड्राइवर, सीमेंट सुपरवाइजर, सीएसपी संचालक, तथा शिक्षक मनरेगा के मजदूर है। मजदूरों की सूची में ऐसे लोगो का नाम है कि उनका नाम सुनकर शर्म को भी शर्म आ जाएगा।
चंचलिया पंचायत के मंटू राय ने उक्त लोगों कि सूची तैयार कर सारण जिलाधिकारी तथा मुख्यमंंत्री को स्पीड पोस्ट को माध्यम से अवगत कराया है। मंटू राय ने छपरा तक को बताया कि इन लोगों की सूची तैयार करके हमने सारण जिला अधिकारी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी भेजा है लेकिन जिला अधिकारी के द्वारा इस मामले की जांच के लिए टीम आई लेकिन उक्त लोगों के द्वारा मामले को पैसों से दबा दिया गया। इसके बाद किसी भी व्यक्ति के ऊपर कोई कार्यवाही नहीं हुई। उन्होंने कहा कि हम अपने पंचायत में हर तरह से होने वाले भ्रष्टाचार को उजागर करने में लगे हुए हैं। लेकिन लोग पैसों के सहारे हमारी बातों को दबा रहे हैं। आपको बता दें कि इन्होंने जो जिला अधिकारी तथा नीतीश कुमार को पत्र भेजा है उसमें उन्होंने लिखा है कि
ग्राम पंचायत राज चंचलिया प्रखण्ड तरैया जिला
सारण राज्य बिहार में मनरेगा में अब तक जितनी भी योजना चला है। उसमें भारी लूट-खसोट एवम् गबन हुआ है। मनरेगा योजना अंतर्गत जितने भी जॉब कार्ड धारी है। वह फर्जी तरीके से मनरेगा में काम करने वाले मजदूर है। यह उस पंचायत के मुखिया द्वारा खरीदे हुए दलाल है। मुखिया द्वारा उन मजदूरों के खातों में जब पैसा आता है तो 500 रूपये देकर सारा पैसा निकासी कर लिया जाता है और बोला जाता है कि काम तो आप किये नहीं हैं। इसलिए ये सारा पैसा मेरा हुआ। मुखिया द्वारा सारा कार्य मशीन, जे0सी0बी0 यंत्रों द्वारा कराया जाता है। जबकि यह सारा कार्य मजदूर से होना चाहिए। मुखिया के कार्यकाल में वत्तीय वर्ष 2016 मई से वित्तीय वर्ष 2020 जून तक के कार्यों की जांच की जाए तो कई कार्य गुणवत्ता पूर्वक नहीं हुआ। एक तरफ मनरेगा में पशुओं के लिए सेड बनाया गया जो भी विफल है। क्योंकि शेड उसी का बना जिसके पास मवेशी
नहीं है। एक भी योग्य लाभार्थी का शेड नहीं बना है।
मनरेगा के फर्जी मजदूरों की सूची
1.अवध किशोर प्रसाद पिता भरत साह ग्राम चंचलिया जो उत्क्रमित मध्य विद्यालय शंकरडीह में रसोईया के पद पर कार्यरत हैं और मनरेगा के मजदूर भी है।
एक ही व्यक्ति दो जगह पर सरकार से लाभ ले रहा है।
- राम लखन साह पिता राम चन्द्र साह ग्राम भलुआ भिखारी जो पेशे से होमियोपैथिक चिकित्सक है और मनरेगा के मजदूर भी है और यही नहीं ये मुखिया
के ससुर भी है। इनकी उम्र 70 वर्ष है। जबक मनरेगा से लाभ लेने के लिए उम्र को कम करेक 58 वर्ष किया गया है जो गलत है। - आशीष कुमार गुप्ता पिता राम भगवान साह जो लड़का अमी BSc. पार्ट 2 का छात्र भी है और पटना में JOB भी करता है और इसके अलावा मनरेगा का मजदूर भी है।
4 कुन्दन कुमार सिंह पिता अनिल कुमार सिंह जो बंग्लोर में इंजीनियर के पद पर रहते हुए मनरेगा का मजदूर भी है। एक ही व्यक्ति दो जगह पर एक ही समय में कार्यरत है।
- अजय राय पिता – रघुनाथ राय और पुनम देवी पति – अजय राय ये दोनों पति-पत्नी होते एक परिवार के रहते हुए मनरेगा के मजदूर हैं जबकि परिवार में एक ही व्यक्ति मनरेगा का मजदूर हो सकता है एवं अजय राय वार्ड नं0 4 के वार्ड सचिव भी हैं।
- अमित कुमार सिंह पिता चन्द्रभूषण सिंह जो केन्द्रीय विद्यालय में 10+2 का छात्र रहते हुए मनरेगा का मजदूर है।
- गुडदू कुमार सिंह पिता हरि शंकर सिंह जो पटना में बैंक में JOB करते हुए ग्राम पंचायत राज चंचलिया का मनरेगा मजदूर भी है।
- भरत साह पिता – भागवत साह जिनकी उम्र 75 वर्ष है जबकि मनरेगा का लाभ लेने के लिए इनका उम्र घटाकर 21 वर्ष कर दिया गया और मनरेगा योजना का लाभ ले रहे हैं।
- अरबिन्द कुमार सिंह पिता – रामनरेश सिंह जो पंजाब में ट्रक के ड्राईवर हैं और ग्राम पंचायत राज चंचलिया में मनरेगा के मजदूर भी है।
- पंकज कुमार पिता – कमला प्रसाद सिंह ग्राम – शंकरडीह जो Acc Cement में सुपरवाईजर के पद पर कार्यरत है और मनरेगा के मजदूर भी है।
- कामेश्वर प्रसाद पिता- राजबलभ साह जो State Bank of India के CP संचालक और ग्राम पंचायत राज चंचलिया में में मनरेगा के मजदूर भी है।
- राजू प्रसाद पिता राजबलभ साह जो सुरत में रहते हैं और ये सुरत में होटल के मैनेजर के पद पर कार्यरत होते हुए मनरेगा के मजदूर है।
- राकेश भगत पिता रमेश भगत जो लोक शिकायत में कार्यपालक सहायक के पद पर कार्यरत है और मनरेगा के फर्जी मजदूर बनकर लान ले रहे हैं।
- कमख्या प्रसाद पिता -रामलखन साह ग्राम भलुआ निखारी ये व्यक्ति संस्कृत विद्यालय में शिक्षक के पद पर तथा प्रखण्ड कार्यालय तरया में शौचालय योजना अंतर्गत स्वच्छाग्रही के पद पर है और इसके साथ-साथ मनरेगा का मजदूर भी है।एक ही व्यक्ति तीन-तीन सरकारी योजना की राशि को गबन कर रहा है।
- मनिष कुमार ओक्षा -पिता -मनोज ओक्षा ग्राम – चंचलिया ये व्यक्ति गैस गोदाम HP. अमनौर में कार्यरत है और उसके बाद भी मनरेगा का मजदूर है। एक ही व्यक्ति एक समय में दो जगह से लाभ उठा रहा है।
महाशय से नम्र निवेदन है कि मनरेगा योजना अंतर्गत कार्यों की जांच ईमानदारी पूर्वक की जाए ताकि ग्राम पंचायत राज चंचलिया के मजदूरों को न्याय मिल सके। वित्तीय वर्ष 2016 मई से वित्तीय वर्ष 2020 जून तक के कार्यों की जांच करने की कृपा प्रदान की जाए। इसके लिए समस्त ग्रामीण जनता आपका सदैव आभारी रहेगा।