बिहार सरकार के सूचना एवं जनसम्पर्क मंत्री नीरज कुमार ने राजद नेता तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए उन्हें जालसाजी का सरताज बताया है. साथ ही उन्होंने तेजस्वी के राजनितिक डीएनए को भी जालसाजी बताया है.
नीरज कुमार ने खसरे के कागज़ दिखाते हुए तेजस्वी यादव से पूछा कि इनके पैतृक गांव व ननीहाल में जो जमीन है वो इनके चुनावी हलफनामे में क्यों नहीं है. उस जमीन की लागत लगभग 70 लाख रुपए की है, तो फिर उस संपत्ती का ब्यौरा क्यों नहीं. आखिर किसके नाम है ये, ये तरुण यादव कौन है?. निरज कुमार ने कहा कि ये पहला इंसान हैं जिसने अपने ननिहाल को भी नहीं छोड़ा, तेजस्वी यादव को स्पष्ट करना चाहिए उनकी मंशा क्या है. क्या इतना भी त्याग नहीं कर सकते कि जिनकी जमीन है उनको वापस कर दे?”
नीरज कुमार ने कहा कि वो अपने मां- बाप के जंगलराज पर झूठी माफ़ी मांगते है. जब वे माफी मांग रहे हैं तो उनके राज में हड़पी जमीने लोगो को वापस क्यों नहीं लौटा देते? अगर आपने मां बाप को अपने पोस्टर्स से गायब कर दिया है, तो फुलवरिया और सेलारकलां के ज़मीन को भी खुद से अलग कीजिये.
राजद के नेता मनोज झा पर हमला बोलते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार देश के अंदर उदाहरण है जहां सामान्य वर्ग को भी सहायता दी जाती है. इनको बताना चाहिए राजद को की सामान्य वर्ग के गरीबों को 10 प्रतिशत मिलने वाले आरक्षण का विरोध मनोज झा ने क्यों किया था?. इसके साथ ही चिराग पासवान पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि राघोपुर में लोजपा का उम्मीदवार देना यह साबित करता है की तेजस्वी और चिराग का गठबंधन हो गया है.