बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज 23 सितंबर को वाल्मीकिनगर पहुंचे, जहां उन्होंने महज 42 मिनट की ऐतिहासिक यात्रा के दौरान करीब 900 करोड़ रुपये की लागत वाली 159 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इस यात्रा को भले ही समय की दृष्टि से छोटा कहा जा सकता है, लेकिन इसकी महत्वता बेहद बड़ी है।
🔹 900 करोड़ की योजनाओं की सौगात
नीतीश कुमार ने अपने इस दौरे में लव कुश पार्क जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इसके अलावा दोन नहर पर सड़क विस्तार समेत कई आधारभूत संरचना, शिक्षा और पर्यटन को बढ़ावा देने वाली परियोजनाओं को हरी झंडी दिखाई।
इन योजनाओं से क्षेत्र के विकास को नई दिशा मिलेगी और रोजगार सृजन से लेकर पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। स्थानीय नेताओं और जनता का मानना है कि मुख्यमंत्री की इस यात्रा से क्षेत्र की दशा और दिशा बदल सकती है।
🔹 लाभुक संवाद और योजनाओं की समीक्षा
लव कुश पार्क का शिलान्यास करने के बाद मुख्यमंत्री वाल्मीकिनगर भवन परिसर स्थित कन्वेंशन सेंटर पहुंचे। यहां उन्होंने लाभुक संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लिया और लाभुकों से सीधे बातचीत कर योजनाओं की जमीनी हकीकत जानी।
इस दौरान उन्होंने विभिन्न विभागों के स्टॉलों का निरीक्षण किया और जीविका दीदी द्वारा लगाए गए स्टॉल का भी अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने लाभुकों से बातचीत कर यह सुनिश्चित करने की कोशिश की कि योजनाओं का लाभ सही तरीके से लोगों तक पहुंचे।
🔹 स्थानीय लोगों में उत्साह और नई उम्मीदें
इस दौरे को लेकर स्थानीय विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह और जदयू जिलाध्यक्ष सह एमएलसी भीष्म सहनी ने बताया कि सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थीं। उन्होंने दावा किया कि इन योजनाओं से क्षेत्र में रोजगार, शिक्षा, पर्यटन और आधारभूत संरचना को नई गति मिलेगी।
साथ ही, स्थानीय लोगों में इस बात को लेकर भी उत्साह है कि बगहा को जिला बनाने की पुरानी मांग पर भी मुख्यमंत्री का दौरा नई उम्मीदें जगा सकता है।
🔹 उपमुख्यमंत्री भी रहे मौजूद
इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी मौजूद रहे। इससे साफ है कि सरकार इस दौरे को केवल प्रतीकात्मक यात्रा नहीं, बल्कि बड़े स्तर पर विकास की नींव रखने के रूप में देख रही है।
नीतीश कुमार का यह 42 मिनट का दौरा भले ही अल्पकालिक रहा हो, लेकिन इसकी महत्वता को नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता। 159 परियोजनाओं का शिलान्यास और 900 करोड़ की सौगात क्षेत्र के लिए विकास की नई गाथा लिखने वाला कदम साबित हो सकता है।