जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव ने शनिवार को देश में बेटियों से हो रही जबर्दस्ती के खिलाफ जंजीर व काला कपड़ा पहनकर और आंखों पर पट्टी बांधकर अपने कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन किया.
पप्पू यादव ने कहा की इस देश में लोकतंत्र की चारों व्यवस्था डरी हुई हैं. मेरी मांग है की हरेक परिस्थिति में उच्च न्यायालय की निगरानी में हाथरस कांड की जांच हो. उन्होंने हाथरस की घटना के लिए योगी सरकार को आड़े हाथों लेने के साथ-साथ बिहार में हुई घटनाओं पर कहा कि बेटियों दहशत में जी रही हैं. उन्होंने भभुआ, बक्सर और गया में बेटियों से हुई जबर्दस्ती मामलों की स्पीडी ट्रायल की मांग की.
पप्पू यादव और उनके कार्यकर्ताओं ने जुर्म मत करो-जुर्म मत सहो, दलितों पर जुल्म बंद करो और योगी सरकार शर्म करो जैसे नारे लिखी. तख्तियां भी ले रखी थी.
जाप अध्यक्ष ने इस अवसर पर कहा कि जदयू-भाजपा और महागठबंधन को सत्ता की चिंता है जबकि उनके गठबंधन पीडीए को देश के दलितों और लोकतंत्र बचाने की चिंता है.
उन्होंने हाथरस मामले में प्रधानमंत्री मोदी से राजधर्म का पालन करते हुए योगी सरकार को बर्खास्त करने की मांग की. उन्होंने आरोप लगाया कि योगी सरकार बलात्कारियों और गुंडों को बचा रही है और उत्तर प्रदेश में दलितों की आजादी छीनी जा रही है.
उन्होंने कहा कि हाथरस की घटना के खिलाफ पूरा देश सड़कों पर है और यह लड़ाई आर-पार की होगी. पीडीए इसके लिए संघर्ष करता रहेगा. आगामी चुनाव में महिलाओं की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता होगी. महलाओं पर नजर उठाने वालों की जगह जेल होगी. पप्पू यादव ने कहा कि बिहार सरकार भी महिलाओं को सुरक्षा देने में असफल रही हैं. मौके पर जाप महासचिव प्रेमचन्द सिंह, राघवेन्द्र कुशवाहा सहित कई पार्टी नेता आंखों पर पट्टी और हाथों में जंजीर लगा कर बैठे थे.