गया: गया के मगध मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के गर्ल्स पीजी हॉस्टल में रविवार सुबह एक महिला डॉक्टर की लाश मिली है। सुसाइड करने वाली डॉ. वंदना हॉस्टल नंबर 7 में रहती थीं। आज सुबह उनकी ड्यूटी लगी थी, लेकिन वह अपने कमरे से बाहर नहीं निकलीं।
हॉस्टल की अन्य साथियों को जब इसकी सूचना मिली तो सभी ने मिलकर कमरे का दरवाजा तोड़ दिया। साथियों ने देखा कि डॉ. वंदना का शव दुपट्टे से लटका हुआ है। इसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को नीचे उतारा और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
वंदना के कमरे से एक हेलमेट मिला है। जबकि उनके पास स्कूटी नहीं थी। वहीं, जिस स्टूल के सहारे उन्होंने फांसी लगाई, उस स्टूल पर ही उनका पैर पड़ा हुआ पुलिस को मिला है। मतलब पैर हवा में झूल नहीं रहा था। यह बातें पुलिस जांच से निकल कर आई है।
वंदना के बेटे हनी का कहना है कि वह कल से अपनी मां को फोन कर रहा था, लेकिन वह नहीं उठा रही थी। वंदना की मौत की खबर सुनकर मृतका का बेटा हनी, बहन और गोतनी और भाई हॉस्टल पहुंचे हैं। एमबीबीएस के बाद यहां से डॉ.वंदना अस्पताल के स्त्री रोग विभाग में पोस्ट ग्रेजुएशन कर रही थी।
महिला डॉक्टर मूल रूप से मुजफ्फरपुर की रहने वाली थीं। मृतक के पति अमितेंद्र कुमार सिन्हा रेलव में नौकरी में करते हैं और पटना में पोस्टेड हैं। जानकारी के मुताबिक, पति अमितेंद्र कुमार 26 जुलाई को ही पत्नी वंदना से मिलने आए थे।
दोनों का एक 17 साल का बेटा है, जो दिल्ली में पढ़ाई करता है। मृतक के पति पटना से गया के लिए रवाना हो चुके हैं। हालांकि पुलिस वालों का कहना है कि मृतका की छोटी बहन ने कहा था कि जब तक वह गया नहीं पहुंचती तब तक शव को पंखे से नीचे नहीं उतारा जाए।
घटना की जानकारी मिलने के बाद मगध मेडिकल थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। छानबीन में जुट गई है। पुलिस ने लोगों की मदद से लाश को नीचे उतारा है। इसके बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
मृत महिला की जेठानी कुमकुम सिन्हा ने कहा कि वंदना सुसाइड नहीं कर सकती हैं। कुछ समझ में नहीं आ रहा है। वो कमजोर लेडी नहीं थीं। वो काफी मेहनत कर यहां तक पहुंची थीं। घर में सभी का सपोर्ट था। वंदना के दो बच्चे हैं। लड़का 19 साल का और लड़की 5 साल की।
पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में यह सुसाइड का मामला लग रहा है। पोस्टमॉर्टम के बाद सही जानकारी सामने आ पाएगी। कमरे को अच्छे से सर्च किया जा रहा है। किसी को भी पुलिस अंदर नहीं जाने दे रही है। पुलिस हॉस्टल में लगे सीसीटीवी भी खंगाल रही है।