किशनगंज, संवाददाता
किशनगंज के टेढ़ागाछ प्रखंड के हाटगांव पंचायत में निर्माणाधीन पंचायत सरकार भवन की गुणवत्ता को लेकर ग्रामीणों ने गंभीर सवाल उठाए हैं। करीब 3 करोड़ 7 लाख रुपये की लागत से बन रहे इस भवन में कथित तौर पर घटिया निर्माण सामग्री, विशेषकर अधकचरा नदी बालू, का इस्तेमाल किया जा रहा है।
ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण कार्य में स्थानीय नदी से निकाले गए कमजोर गुणवत्ता वाले बालू का उपयोग किया जा रहा है, जो मामूली बारिश में बह सकता है। समाजसेवी शाह आलम ने चेतावनी दी है कि यदि समय रहते सुधार नहीं हुआ, तो भवन भविष्य में जानलेवा साबित हो सकता है।
गौरतलब है कि पंचायत सरकार भवन निर्माण, बिहार सरकार की एक प्रमुख योजना है, जिसका उद्देश्य गांव स्तर पर प्रशासनिक व्यवस्था को मजबूत और पारदर्शी बनाना है। मगर हाटगांव में इसके क्रियान्वयन प्रक्रिया पर अब सवाल उठने लगे हैं।
स्थानीय नागरिक अबू तौकीर, दीपक कुमार, अर्जुन कुमार साह, मुश्फिक आलम और दानिश अहमद ने जिले के डीएम से संवेदक और संबंधित विभाग के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि यदि जल्द जांच नहीं हुई, तो सरकार की यह महत्त्वाकांक्षी योजना एक विफल प्रयोग बन जाएगी।
इस संबंध में पूछे जाने पर विभाग के एसडीओ जहांगीर आलम ने कहा, ‘अगर निर्माण में स्थानीय और मानक-विहीन बालू का प्रयोग हो रहा है, तो जांच कर दोषी संवेदक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।’
पंचायत सरकार भवन निर्माण में घोटाला,घटिया सामग्री का उपयोग 3 करोड़ की लागत से निर्मित हो रहा भवन, ग्रामीणों ने डीएम से की जांच की मांग
