आरा: कैमूर जिले में पीएमश्री योजना के लिए विद्यालय का रजिस्ट्रेशन कराने में रुचि नहीं लेने वाले प्रधानाध्यापक, बीपीएम व बीआरपी पर कार्रवाई होगी. पीएम श्री योजना के लिए रजिस्ट्रेशन की तिथि को भी आगामी 15 अगस्त तक के लिए विस्तारित कर दिया गया है. निर्धारित तिथि तक लक्ष्य के अनुरूप रजिस्ट्रेशन नहीं कराने वाले विद्यालय के प्रधानाध्यापकों के साथ-साथ बीपीएम व बीआरपी पर कार्रवाई होगी. इधर पीएम श्री योजना के रजिस्ट्रेशन में तेजी लाने के लिए डीपीओ समग्र शिक्षा अभियान ने संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक, बीपीएम व बीआरपी को आदेश जारी किया है. जारी आदेश में कहा है कि पीएम श्री योजना के रजिस्ट्रेशन में रुचि नहीं लेने के कारण विभाग द्वारा जिले को रेड जोन में रखा गया है.
पीएम श्री योजना के तहत जिले के 163 विद्यालयों का रजिस्ट्रेशन कराना है लेकिन अभी तक मात्र 73 विद्यालय के प्रधानाध्यापकों द्वारा ही रजिस्ट्रेशन कराया गया है जो खेदजनक है. इसके साथ ही कहा है कि विभाग द्वारा पूर्व से निर्धारित तिथि में बदलाव किया गया है और आगामी 15 अगस्त तक संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक रजिस्ट्रेशन करना सुनिश्चित करेंगे.
डीपीओ ने बीपीएम व बीआरपी को भी निर्देश दिया है कि विद्यालयों से समन्वय स्थापित कर रजिस्ट्रेशन कराना सुनिश्चित करें नहीं तो प्रधानाध्यापक सहित संबंधित बीपीएम व बीआरपी पर भी कार्रवाई होगी. बता दें कि पीएम श्री योजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, इस योजना का लक्ष्य सरकारी स्कूल को विकसित करना है. पीएम श्री योजना का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया है.
इस योजना के माध्यम से पूरे जिले में 163 पुराने स्कूलों को अपग्रेड किया जायेगा व अपग्रेड किये गये स्कूलों में शिक्षा प्रदान करने का एक आधुनिक, परिवर्तनकारी और समग्र तरीका लाया जायेगा. इसमें नवीनतम तकनीक, स्मार्ट क्लास, खेल और आधुनिक अवसंरचना पर विशेष ध्यान दिया जायेगा. पीएम श्री योजना क तहत चयनित विद्यालयों में सभी छात्रों के लिए एक समावेशी और स्वागत करने वाला वातावरण बनाने, उनकी देखभाल करने और एक सुरक्षित और समृद्ध सीखने का माहौल प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है.
इस योजना के माध्यम से पुराने स्कूलों के ढांचे को सुंदर, मजबूत और आकर्षक बनाया जायेगा. इस योजना का मुख्य उद्देश्य लाखों छात्रों के जीवन को बेहतर बनाना है. इस योजना का लक्ष्य छात्रों के सर्वांगीण विकास पर ध्यान केंद्रित करना भी है, जिसमें शैक्षिक, सामाजिक, भावनात्मक और शारीरिक विकास शामिल है. इससे छात्रों को 21वीं सदी के महत्वपूर्ण कौशल जैसे महत्वपूर्ण सोच, रचनात्मकता, समस्या समाधान और डिजिटल साक्षरता विकसित करने में मदद मिलेगी.
साथ ही यह योजना छात्रों को विभिन्न कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से व्यावसायिक कौशल प्राप्त करने का अवसर प्रदान करेगी, जिससे बेहतर शिक्षा और कौशल के साथ, छात्रों को भविष्य में बेहतर रोजगार के अवसर प्राप्त करने की संभावना बढ़ जायेगी और बेहतर शिक्षा प्राप्त छात्र एक अधिक शिक्षित और जागरूक समाज का निर्माण कर सकेंगे. पीएम श्री योजना के तहत हर ब्लॉक के एक प्राथमिक और एक उच्च प्राथमिक स्कूल के साथ हर जिले के एक सीनियर सेकेंडरी सरकारी स्कूल को अपग्रेड किया जायेगा. इसके तहत प्रत्येक स्कूल को दो-दो करोड़ रुपये भी दिये जायेंगे, जिससे विद्यालय के इंफ्रास्ट्रक्चर सहित छात्रों से जुड़ी सुविधाओं को बेहतर किया जा सके और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा सके. इसके तहत 1.20 करोड़ रुपये केंद्र को और 80 लाख रुपये राज्य सरकार को देनी है. इस संबंध में डीपीओ समग्र शिक्षा अभियान अमरेंद्र पांडेय ने बताया कि पीएम श्री योजना के तहत रजिस्ट्रेशन नहीं करने वाले विद्यालयों को चिह्नित किया गया है. 15 अगस्त तक रजिस्ट्रेशन के लिए समय विस्तारित किया गया है. इसके बावजूद रजिस्ट्रेशन नहीं कराने पर संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक, संबंधित बीआरपी व बीपीएम पर कार्रवाई होगी.