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पटनाः भागलपुर के कहलगांव की एक महिला का कूल्हा प्रत्यारोपण देश के तीन बड़े हॉस्पिटल में हुआ। लेकिन हर बार विफल हो गया। अंत में रोगी के डॉक्टर पुत्र केशव हॉस्पिटल में डॉ. एके सिन्हा को दिखाएं। बार-बार असफल प्रत्यारोपण की यहां गंभीर जांच हुई। हर पहलू को जांचा गया। अच्छे से डायगोनोसिस किया गया, जिसमें पैर की हड्डी में इन्फेक्शन का पता चला। ऑपरेशन थिएटर में कूल्हा प्रत्यारोपण के साथ इंफेक्टेड हड्डी के भाग तक हड्डी पहुंचा गया। फिर उस भाग को ऑपरेट कर निकला गया। एक माह प्रत्यारोपण के बाद अब वो महिला पूरी तरह फिट हो गई हैं। अब वो आराम से चल रही हैं। हालांकि बार-बार प्रत्यारोपण असफल होने से वो महिला इतनी डरी और सशंकित हैं कि अभी भी हॉस्पिटल में ही हैं।

इस पूरे केस के संबंध में ऑपरेशन करने वाले प्रसिद्ध ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. एके सिन्हा ने कहा कि अबतक जितनी बार इनका ऑपरेशन हुआ, उसमें डॉक्टर समस्या पकड़ नहीं पा रहे थे। वो हड्डी के संक्रमण को चिन्हित नहीं कर पा रहे थे। इस वजह से बार-बार ऑपरेशन विफल हो रहा था। हमलोगों ने कूल्हा प्रत्यारोपण के साथ संक्रमण नियंत्रित करने के उपाय अपनाएं और संक्रमित भाग को निकाल दिया। तब जाकर सर्जरी सफल हुई। अब मरीज पूरी तरह ठीक हैं और अच्छे से चल रही हैं।

गौरतलब है कि उक्त मरीज का पहला ऑपरेशन पिछले साल जून में गुड़गांव के देश स्तरीय हॉस्पिटल और फिर पटना के दो बड़े सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में हुआ था।

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