बेतिया।इलमराम चौक, कन्हैया लाल धर्मशाला के पीछे ,वार्ड संख्या -18 में बेतिया नगर थाना पुलिस के संरक्षण में संत तेरेसा गर्ल्स +2 विद्यालय के अतिथि शिक्षक सतीश कुमार गुप्ता के घर पर इनके चचेरे भाई अवधेश कुमार गुप्ता के संरक्षण में पलने वाले गुंडों ने इनके आवास पर शनिवार को शाम लगभग सात -आठ बजे हमला बोल दिया। बार-बार बेतिया पुलिस अधीक्षक को सूचना देने के बाद भी मौके पर पहुंची पुलिस मूकदर्शक बन कर देखती रह गई। दर्जन भर गुंडों ने आवास से लगे चारदीवारी का दरवाजा , चारदीवारी, पानी निकासी का पाइप, शौचालय ,घर के छत में लगे सीसीटीवी कैमरा को पुलिस के सामने तोड़फोड़ कर बर्बाद कर दिया। नगर थाना, बेतिया से पहुंचे अजय कुमार सिंह एवं इनका फोर्स तमाशा देखता रहा । जानकारी के अनुसार जिस प्रकार से गुंडों ने सतीश कुमार गुप्ता के आवास पर हमला बोला था। उस वक्त किसी प्रकार की अप्रिय घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता था।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अवधेश कुमार गुप्ता के कोई भाई पुलिस विभाग में बड़े पोस्ट पर किसी अन्य राज्य में तैनात है। उन्हीं के इशारों पर पुलिस चुप रही और गुंडों ने सतीश कुमार गुप्ता के घर पर हमला बोलकर लाखों रुपए का नुकसान कर डाला।
वर्ष 2021 में ऐसी घटना होने की आशंका सतीश कुमार गुप्ता के परिवार को थी। लेकिन बेतिया पुलिस अधीक्षक के हस्तक्षेप के कारण यह घटना उस वक्त टल गया था। सतीश कुमार गुप्ता की पत्नी रेखा गुप्ता ने वर्ष 2021 में बेतिया एसपी को इस प्रकरण के विषय में आवत कराई थी। अपने परिवार पर जानलेवा हमला होने की आशंका जताते हुए सुरक्षा की मांग भी की थी। जिसके बाद बेतिया पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर नगर थाना बेतिया ने जांच पड़ताल करके मामले को शांत करा दिया था। साथ ही पुलिस सुरक्षा का आश्वासन भी दिया था। कभी कोई दिक्कत हो तो हमें तुरंत खबर करें।
शिकायत के 2 वर्ष के बाद एक बार फिर जब अवधेश कुमार गुप्ता दिल्ली से अपने पैतृक घर बेतिया 10 -15 रोज पहले आये । तब से एक बार फिर यह मामला तूल पकड़ता दिख रहा था। सतीश कुमार गुप्ता की पत्नी रेखा गुप्ता ने अनहोनी की आशंका जताते हुए। एक बार फिर विवादित भूमि को लेकर “जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम” के लिए आवेदन दिया। जिसका आवेदन संख्या -11000705031 ,दिनांक -29 जनवरी 2023 हैं। साथ ही बेतिया एसपी को दिनांक – 09 फरवरी 2023 तथा मुख्यमंत्री सचिवालय को दिनांक -29 जनवरी 2023 को आवेदन देकर जानमाल की क्षति पहुंचाने की धमकी मिलने तथा निर्माणाधीन जमीन पर जबरन अवैध कब्जा करने की बात आवेदन में दोहराई है।
बावजूद इसके परिवार को किसी भी प्रकार से कोई प्रोटेक्शन पुलिस या प्रशासन के द्वारा उपलब्ध नहीं हुआ। इसके उलट वह सब कुछ हुआ जो नहीं होना चाहिए। अब सवाल यह उठता है क्या देश में न्यायालय और कानून नहीं है क्या ? क्या किसी के घर पर पुलिस पहुंचा कर अपने प्रोडक्शन में किसी के घर का दरवाजा या अन्य को गुंडों से तोड़ फोड़ करा सकती हैं? क्या पुलिस अब लोगों को फैसला सुनाने लगी हैं?
अब देखना है कि बिहार सरकार नगर थाना पुलिस के अजय कुमार सिंह ,इनके साथ गये फोर्स , इनकी संरक्षण में सतीश कुमार गुप्ता के घर पर तोड़फोड़ गुंडों एवं नए नवेले थाना प्रभारी राजीव कुमार जिन्हें अपने कर्तव्य का बोध नहीं है । क्या कार्यवाही करते हैं ?
बेतिया पुलिस के संरक्षण में शिक्षक के घर तोड़फोड़
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