पटनाः केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को राजद नेता तेजस्वी यादव ने खुलेआम चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि कोई भी बिहार में सांप्रदायिक माहौल खराब करेगा, तो राजद चुप नहीं रहेगी। बता दें कि 18 अक्टूबर से गिरिराज सिंह हिन्दू स्वाभिमान यात्रा की शुरुआत करने वाले हैं। वहीं इससे पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अपने दूसरे चरण की यात्रा के लिए पटना से रवाना हो गये गए हैं। पटना से बांका जाने के क्रम में तेजस्वी यादव ने गिरिराज सिंह की यात्रा पर धमकी भरे लहजे में इशारों ही इशारों में बिना नाम लिए गिरिराज सिंह की यात्रा पर बड़ा निशाना साधते हुए यह संदेश दे दिया है कि अगर यात्रा के दौरान हिन्दू-मुस्लिम की बात होगी तब तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी आरजेडी इसको लेकर पलटवार जरूर करेगी।
वहीं इस दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि हम अपनी यात्रा के दौरान अपने पंचायत स्तर तक के कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे और आगामी चुनाव में पार्टी कैसे बेहतर परफॉर्मेंस करे, इस पर पहल की जाएगी। इसके बाद हम पब्लिक के बीच जायेंगे। वहीं तेजस्वी ने बिहार के चार सीट पर होने वाले उप चुनाव को लेकर कहा कि इसमें से तीन सीट पर तो हम लोगों की ही जीत थी। इस बार चारों सीट जीतेंगे जिस हिसाब से सरकार नकारात्मक काम कर रही है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि मेरे जाने के बाद कोई काम नहीं हो रहा। 3.5 लाख वेकेंसी प्रक्रियाधीन थी। अभी तक लोगों को नौकरी नहीं दे रही है। तेजस्वी यादव ने कहा कि 2012 के बाद से अब तक बिहार में स्थिर सरकार नहीं है। हम लोगों के बीच जाकर अपील करेंगे कि आप लोग देख लीजिए स्थिर सरकार नहीं है विकास के लिए स्थिर सरकार बहुत ज़रूरी है। ये डबल इंजन की सरकार बिहार में सिर्फ वोट लेने का काम किया। इतनी संख्या में बिहार से एमपी दिए, लेकिन, NDA सरकार न ही बिहार को स्पेशल स्टेट्स का दर्ज दिया और न ही स्पेशल पैकेज का लाभ दे रही है सिर्फ ठेंगा दिखाती है।
वहीं तेजस्वी यादव ने रावण वध दौरान मुख्यमंत्री के हाथ से तीर धनुष के गिरने पर तंज कसते हुए कहा कि यही चीज अगर लालू यादव जी या हमसे हुई होती तो लोग कहते कि हमलोग अपमान कर दिए, रावण पर तीर नहीं चलाए. खैर हम इस पर राजनीति नहीं करेंगे, हो सकता है हमारे चाचा अस्वस्थ हो. वहीं इस दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि हमलोगों अपनी यात्रा के दौरान लोगों से मिलकर उनकी बात सुनेंगे और उसके हिसाब से काम करेंगे।
ये भी पढ़ें…माले की पदयात्रा शुरू, नवादा से निकली यात्रा का नेतृत्व माले महासचिव कॉ. दीपांकर भट्टाचार्य कर रहे