रक्सौल, संवाददाता
स्वतंत्रता और स्वाभिमान की भावना से ओत-प्रोत तिरंगा यात्रा के दौरान एक दृश्य ऐसा भी सामने आया जिसने हर किसी के मन को छू लिया। यात्रा में भाग ले रही एक मां अपने नन्हें बेटे के साथ देशभक्ति के रंग में पूरी तरह रंगी हुई दिखाई दी। मां के हाथों में एक झाड़ू था, जो प्रतीक था स्वच्छता और संकल्प का, जबकि उनका बेटा हाथों में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का बैनर लिए गर्व के साथ खड़ा था।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की विजय गाथा से प्रेरित मां-बेटा देश और समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को प्रदर्शित कर रहे थे। मां जहां स्वच्छता का संदेश दे रही थीं, वहीं बेटा देश के सैनिकों की वीरता को जन-जन तक पहुंचाने का माध्यम बन गया था।
इस भावुक दृश्य ने यह संदेश दिया कि देशभक्ति केवल बड़े मंचों पर ही नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग में समाहित है। मां-बेटे की यह जोड़ी न सिर्फ तिरंगा यात्रा का हिस्सा बनी, बल्कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जनभावना से जुड़कर यह दिखाया कि एक आम नागरिक भी देश के लिए प्रेरणा बन सकता है। यह दृश्य एक उदाहरण है कि भारत की आत्मा उसके आम नागरिकों में बसती है। एक ओर मां स्वच्छता की मिसाल बनी, वहीं बेटा वीरता का प्रतीक बनकर खड़ा था। देशभक्ति के इस जज्बे को सबने सलाम किया।
तिरंगा यात्रा में मां-बेटे की देश भक्ति ने सबका मन मोहा
