पटनाः बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र आगामी 25 नवंबर से शुरू होगा और यह 29 नवंबर तक चलेगा। इस सत्र की कुल अवधि केवल पांच दिन होगी, जिसमें विभिन्न महत्वपूर्ण कार्यों को निपटाने की योजना है। सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण से होगी, जिसके बाद पहले दिन ही वित्तीय वर्ष 2024-25 के सप्लीमेंट्री बजट को सदन के पटल पर रखा जाएगा। इसके अलावा, दूसरे और तीसरे दिन नए विधेयकों को पेश किया जाएगा। चौथे दिन इन विधेयकों पर चर्चा होगी और अंत में, इन्हें पारित करने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
दूसरी तरफ कई मद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रखी है। बढ़ते महंगाई के साथ ही किसानों और मजदूरों की समस्याओं को लेकर विपक्ष सरकार पर लगातरा हमलावर है। वहीं विपक्ष के हमलों का सामना करने के लिए सरकार तैयार है। पिछले मानसून सत्र में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सदन में अनुपस्थित रहे थे, जिससे विपक्ष कई मुद्दों को मजबूती से नहीं रख सका था। लेकिन इस बार उम्मीद है कि तेजस्वी यादव सदन में उपस्थित रहेंगे और विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने का प्रयास करेंगे।
बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र की घोषणा हो चुकी है। ये सिर्फ 5 दिन का होगा। बैठक 25 से 29 नवंबर तक होगी। इस दौरान पांच बैठकें होंगी। विपक्ष पूरी तरह आक्रामक नजर आएगा। राज्य की कानून-व्यवस्था, अपराध और जहरीली शराब कांड को लेकर महागठबंधन सरकार को घेरने की कोशिश होगी। इसके अलावा, स्मार्ट मीटर और भूमि सर्वेक्षण का विषय प्रासंगिक रहेगा। राजद और कांग्रेस पहले ही देश भर में स्मार्ट मीटर का विरोध कर चुके हैं। ऐसे में इन मुद्दों पर हंगामा मचने की पूरी संभावना है।
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