महिला उद्यमी मेले महिला का समापन महिला एवं बाल विकास निगम की अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक श्रीमती हरजोत कौर बम्हरा, बिहार महिला उद्योग संघ की अध्यक्ष श्रीमती उषा झा, परियोजना निदेशक, श्री अजय कुमार श्रीवास्तव, प्रशासी पदाधिकारी सुश्री पूनम कुमारी की उपस्थिति में किया गया ।
महिला एवं बाल विकास निगम की अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक श्रीमती हरजोत कौर बम्हरा ने कहा कि महिला हो या पुरूष सभी मे हुनर है। लड़की के लिए भी उतना ही मानव अधिकार है जितने पुरूषों का है। महिलाओं को हक़ मांगने की जरूरत नहीं है। श्रीमती कौर ने युवा महिला उद्यमियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि महिला स्वयंसिद्धा है, उनमें सृष्टि रचने की शक्ति है । महिलाओं को जरूरत है अपनी शक्तियों, क्षमताओं को जानने की । यह समझने की वो क्या कुछ नहीं कर सकती हैं । महिलाओं की लड़ाई उनके जन्म से शुरू होकर अंतिम समय तक चलता है । महिला और पुरुष दोनों को संविधान ने समान अधिकार दिए हैं तो फिर हम कौन होते हैं भेदभाव करने वाले । जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए ये मत देखिये की आपके पास क्या नहीं है, आपके पास जो है उसके साथ आगे बढ़े ।
परियोजना निदेशक श्री अजय श्रीवास्तव ने कहा की इस मेले में अब तक कुल 52 लाख रुपये की बिक्री हुई है । पाँच दिवसीय इस मेले में महिला उधमियों ने आकर हम सब का मान बढ़ाया। हमारी योजना से उद्यमी महिला को सक्षम , आत्मनिर्भर बनाने में मदद होंगी ।
महिला उद्यमी संघ की श्रीमती उषा झा ने कहा कि यह आयोजन बहुत सफल रहा है। कोरोना काल मे कई महिला उधमी आर्थिक स्थिति से कमजोर हो गई थी। लेकिन इस आयोजन जी से सभी उधमी महिलाओं के चेहरे पे मुस्कान आई है।
इस बार मेले में कुल 213 प्रतिभागियों में से सफसे सफल उद्यमी में प्रथम स्थान पर वहीदा अहमद , द्वितीय स्थान पर टिकुली, बरली कला और मंजुषा कला की उद्यमी, स्मिता पराशर, रही । पाक कला की रिंकू देवी को तीसरा पुरस्कार मिला ।