पटना में ठंड की शुरुआत होते ही लोगों को पुस्तक मेले का बेसब्री से इंतजार रहता था. लेकिन इस बार पुस्तक प्रेमियों को निराश होना पड़ेगा क्योंकि कोरोना संक्रमण के कारण इस साल पुस्तक मेले के आयोजन पर ग्रहण लग गया है. सेंटर फॉर रीडरशिप डेवलपमेंट (CRD) ने इस बात का एलान कर दिया है. यानी कि अब पुस्तक प्रेमियों को अगले साल तक का इंतजार करना पड़ेगा.
बता दें कि हर साल सेंटर फॉर रीडरशिप डेवलपमेंट के द्वारा पुस्तक मेला का आयोजन किया जाता है और इसकी शुरुआत 1985 में काफी छोटे स्तर पर हुई थी. तब से इसकी लोकप्रियता इतनी बढ़ गई कि मेला लगते ही हजारों-हजार की संख्या में लोग पहुंचते थे.
पुस्तक मेला के बारे में बता दें कि मेले में पुस्तकों की बिक्री होने के साथ कला साहित्य से जुड़ी तमाम गतिविधियों में पाठक भाग लेते रहे हैं. हर बार मेले में देश के नामचीन साहित्यकारों का जुड़ाव पुस्तक मेले से होता रहा है जहां पर पाठक साहित्य संबंधित जानकारी लेखकों से प्राप्त करते रहे हैं. पुस्तक मेले ने बिहार की छवि को बदलने में अपनी काफी अहम भूमिका अदा की है.