- Advertisement -

Patna: जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल टूटने के 11 दिन बाद सरकार ने मानदेय से संबंधित आदेश जारी कर दिया है। जूनियर डॉक्टरों में मानदेय को लेकर भारी आक्रोश था जिसे लेकर वह 23 दिसंबर को हड़ताल पर चले गए थे। इस दौरान मेडिकल कॉलेजों की व्यवस्था चरमरा गई थी। नौ दिनों तक चली हड़ताल के बाद प्रधान सचिव और स्वास्थ्य मंत्री के आश्वासन पर 31 दिसंबर की रात 10 बजे जूनियर डॉक्टर काम पर लौटे थे। सरकार ने आश्वासन पर काम किया और सोमवार को आदेश जारी कर दिया।

अपर सचिव का आया आदेश

सरकार के अपर सचिव कौशल किशोर ने जारी आदेश में कहा है कि विभागीय संकल्प सं 0-524 ( 1 ) 09.05.2017 द्वारा पी जी में अध्ययनरत छात्रों के मानदेय का निर्धारण किया गया था । इस संकल्प द्वारा पीजी छात्रों के मानदेय का निर्धारण तीन वर्षों पर किए जाने का प्रावधान बनाया गया था। इसी क्रम में राज्य के चिकित्सा / डेन्टल महाविद्यालय के पीजी में अध्ययनरत छात्रों के मानदेय को दिनांक 1 जनवरी 2020 से बढ़ाया जाता है।

अब ऐसा होगा मानदेय का स्ट्रक्चर

सरकार के अपर सचिव कौशल किशोर ने आदेश में कहा है कि दिनांक 1 जनवरी 2020 से वर्ष मानदेय की राशि प्रथम वर्ष के पीजी छात्रों के लिए 68,545 रुपए द्वितीय वर्ष के पीजी छात्रों के लिए 75,399 रुपए और तृतीय वर्ष के पीजी छात्र के लिए 82,938 रुपए प्रतिमाह छात्रवृत्ति के रूप में दिया जाएगा।

आदेश में यह भी कहा गया है कि अनाधिकृत अनुपस्थिति के मामले में प्रतिमाह की राशि में अनुपातिक कटौती करके ही राशि का भुगतान किया जाएगा। प्रत्येक वर्ष के पीजी छात्रों को अधिकतम 12 माह के मानदेय का भुगतान मान्य होगा। आदेश में यह भी कहा गया है कि इस संकल्प को सर्वसाधारण की जानकारी के लिए बिहार राजपत्र के आगामी अंक में तुरंत प्रकाशित किया जाए।

अब तक यह था मानदेय का स्ट्रक्चर

अब तक प्रथम वर्ष के पीजी के छात्रों को 50 हजार द्वितीय वर्ष के पीजी छात्रों के लिए 55 हजार और तृतीय वर्ष के पीजी छात्रों के लिए 60 हजार रुपए प्रति माह का मानदेय था। मानदेय बढ़ाए जाने से पीजी स्टूडेंटस में काफी खुशी है। जेडीए पीएमसीएच के अध्यक्ष हरेंद्र का कहना है कि पूरे एसोसिएशन की तरफ से सरकार और प्रधान सचिव को धन्यवाद दिया जाता है।

- Advertisement -

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here