Desk: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इमरजेंसी को गलत बताया, लेकिन इस संदर्भ में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की स्वीकारोक्ति पर कहा कि राहुल गांधीजी ने जो कुछ कहा है, वह उनका निजी विचार है। उन्हें सभी चीजों के बारे में सोचना चाहिए, बोलना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कुछ फिल्मी स्टारों के ठिकानों पर हुई इनकम टैक्स की छापेमारी से जुड़े सवालों पर अपनी राय नहीं दी। उन्होंने कहा-यह विभाग नियम-कानून के तहत काम कर रहा है। उसे इसका अधिकार है। इसके बारे में कोई प्रतिक्रिया देना उचित नहीं है।
बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी दादी इंदिरा गांधी के कार्यकाल में 1975 में देश में इमरजेंसी लागू करने के निर्णय को गलत ठहराया है। उनके बयान पर पूरे देश में चर्चा है।
देश के लोगों को पहले से पता है- इमरजेंसी गलत था
मुख्यमंत्री बुधवार को विधानमंडल परिसर में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश के लोगों को बहुत पहले से यह पता है कि इमरजेंसी लगाना गलत था। हम सब उस समय युवावस्था में थे। इमरजेंसी के शिकार भी हुए। लोकनायक जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में पूरे देश में आन्दोलन चला। बड़ी संख्या में लोगों की गिरफ्तारी हुई। इमरजेंसी के नाम पर नागरिकों के मौलिक अधिकारों का हनन हुआ। उसके बाद हुए चुनाव में कांग्रेस को पराजित कर देश की जनता ने संदेश दिया कि लोग इमरजेंसी के फैसले के खिलाफ थे।
राज्य के जेलों में एकसाथ हुई छापेमारी पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जेल के अंदर की गतिविधियों पर नजर रखना जरूरी है। समीक्षा बैठक के दौरान हम इन चीजों की जानकारी लेते रहते हैं कि कहां क्या चल रहा है। उन्होंने कहा कि छापेमारी के दौरान अधिकारियों के सामने जा तथ्य आए, उस पर कार्रवाई होगी।